Share Market News. आज इस लेख में हम टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर से जुड़े उन दो स्टॉक्स के बारे में बात करेंगे. जो आने वाले समय में अपने निवेशकों को अच्छा मुनाफा देने का दम रखते हैं. बता दें कि दिग्गज ब्रोकरेज फर्म ने इन दोनों शेयरों में खरीदारी की सलाह दी है.

देवयानी इंटरनेशनल

पहले स्टॉक के रूप में ब्रोकरेज फर्म ने देवयानी इंटरनेशनल शेयर प्राइस को प्राथमिकता दी है. देवयानी इंटरनेशनल स्टॉक का मौजूदा बाजार मूल्य रुपये 178.85 है. ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि आने वाले समय में शेयर 215 रुपए के लक्ष्य मूल्य की ओर बढ़ता हुआ देखा जा सकता है.

स्टॉक खरीदने का कारण

बीएनपी पारिबा की ब्रोकरेज फर्म शेयरखान का मानना है कि देवयानी इंटरनेशनल बहुत तेजी से अपने स्टोर्स का विस्तार कर रही है. इसके अलावा इस कंपनी का बिजनेस मॉडल मजबूत दिख रहा है. इसके साथ ही लॉन्ग टर्म में कंपनी की अच्छी ग्रोथ दिख रही है. जिससे ब्रोकरेज फर्म यहां निवेश को लेकर उत्साहित नजर आ रही है.

देवयानी इंटरनेशनल कंपनी की वित्तीय स्थिति

हाल ही में देवयानी इंटरनेशनल कंपनी ने 31 मार्च 2023 को समाप्त होने वाली अपनी तिमाही (Devyani International Q4 Result) पेश की है. जिसमें कंपनी ने 766 करोड़ रुपए की समेकित कुल आय दर्ज की है. जो पिछली तिमाही की कुल आय से 4.09% कम है. ताजा तिमाही में कंपनी ने टैक्स चुकाने के बाद 59.88 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है.

जुबिलेंट फूडवर्क्स

ब्रोकरेज फर्म शेयरखान बाय बीएनपी परिबास ने जुबिलेंट फूडवर्क्स शेयर प्राइस के शेयर पर खरीदारी का आह्वान किया है. उनका मानना है कि निकट भविष्य में यह शेयर 600 रुपए के लक्ष्य को छू सकता है. जुबिलेंट फूडवर्क्स कंपनी साल 1995 से बाजार में कारोबार कर रही है.

निवेश का कारण

दरअसल, बीएनपी पारिबा की ब्रोकरेज फर्म शेयरखान का मानना है कि जुबिलेंट फूडवर्क्स कंपनी बहुत आक्रामक और अलग रणनीति के साथ कई स्टोर खोल रही है. कंपनी लगातार इनोवेशन पर फोकस कर रही है. इन सबके अलावा भी कंपनी कई पहलुओं पर ध्यान दे रही है जो आने वाले समय में उनकी ग्रोथ में मदद करते नजर आएंगे.

कंपनी के चौथी तिमाही के नतीजे

जुबिलेंट फूडवर्क्स कंपनी ने हाल ही में 31 मार्च 2023 को समाप्त तिमाही के नतीजे पेश किए हैं. जिसमें कंपनी द्वारा कर चुकाने के बाद शुद्ध लाभ 59.59 करोड़ रुपये है. 1289.60 करोड़ को समेकित कुल आय के रूप में दर्ज किया गया है. जो पिछली तिमाही की कुल आय से 3.86 फीसदी कम है.