न्यामुद्दीन अली, अनूपपुर। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो (Priyanka Kanungo) ने बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (IGNTU) के कुछ प्रोफेसरों के नाम धर्मांतरण कराने में आए हैं। उनको भ्रमण के दौरान इसकी शिकायत मिली है। इसकी जांच करेंगे।
दरअसल, बाल अधिकारों के उल्लंघन से संबंधित प्रकरणों के निराकरण के लिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग 500 से अधिक आकांक्षी विकासखण्डों में शिविर का आयोजन कर रहा है। अनूपपुर जिले के अमरकंटक से आज इसकी शुरुआत हुई। टीम ने सर्किट हाउस सभागार में शिविर लगाकर बाल अधिकारों के हनन व संरक्षण के संबंधित शिकायतें सुनीं और कई मामलों का मौके पर ही निराकरण के निर्देश दिए।
प्रियंक कानूनगो ने बताया कि देश में 500 से अधिक आकांक्षी विकासखण्डों में शिविर लगाया जाएगा। आज मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक से इसकी शुरुआत हुई है। आज लगभग 300 से अधिक व्यक्तिगत शिकायतें प्राप्त हुई। उनमें 126 मामलों का मौके पर निराकरण के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि यहां कुपोषण से जुड़ी समस्याएं देखने को मिली हैं। उन्होंने कहा कि इसके आलावा बच्चों के अधिकार व दागने की कुप्रथा, बाल विवाह रोकने, शिक्षा से जोड़ने और नशामुक्ति के संबंध में लोगों से चर्चा की गई।
धर्मांतरण की शिकायत
वहीं प्रियंक कानूनगो ने कहा कि भ्रमण के दौरान नाम ना बताने के शर्त पर कुछ लोगों ने धर्मांतरण की भी शिकायत की है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के कुछ प्रोफेसरों द्वारा इस प्रकार की गतिविधियों में शामिल होने की शिकायत मिली है। जिन पर जांच कर करेंगे।
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