अजय नीमा, उज्जैन। मध्य प्रदेश में फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है। उज्जैन में तेज आंधी-तूफान चलने से ‘महाकाल लोक’ (Mahakal Lok) की कई मूर्तियां गिर गईं। हादसे में कई श्रद्धालु बाल-बाल बचे। जानकारी के अनुसार, सप्तऋषि की 7 में से 6 मूर्तियां गिरकर खंडित हुई हैं। वहीं सांदीपनि आश्रम के सामने पेड़ गिरा है।

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कमलनाथ ने साधा निशाना

वहीं कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा- मध्य प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर का भव्य निर्माण करने का संकल्प लिया था, तब इस बात की कल्पना नहीं की थी कि बाद की सरकार महाकाल लोक के निर्माण में भी गंभीर अनियमितता करेगी। आज जिस तरह से महाकाल लोक परिसर में आंधी चलने से देव प्रतिमाएं जमीन पर गिर गईं, वह दृश्य किसी भी धार्मिक व्यक्ति के लिए अत्यंत करुण दृश्य है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि महाकाल लोक में जो प्रतिमाएं गिरी हैं, वहां नई प्रतिमाएं तुरंत स्थापित की जाएं और घटिया निर्माण करने वालों को जांच कर दंडित किया जाए।

वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा- उज्जैन महाकुंभ में करोड़ों रुपये का घोटाला करने वाली भाजपा सरकार ने 50 फीसदी कमीशन के चक्कर में महाकाल कॉरिडोर के निर्माण में करोड़ों रुपये की मूर्तियां मानसून से पहले हुई आंधी – बारिश में ही धराशायी हो गई एवं महाकाल लोक की आधी से ज्यादा कुर्सियां टूट गई है और कबाड़ में पड़ी है।

बता दें कि 11 अक्टूबर 2022 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के नए दर्शन परिसर ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण किया था। रक्षा सूत्र से बनाए गए 15 फीट ऊंचे शिवलिंग की प्रतिमा से मोदी ने रिमोट से आवरण हटाकर ‘महाकाल लोक’ को देश को समर्पित किया था। इसके बाद पीएम मोदी ने ‘महाकाल लोक’ का भ्रमण भी किया था।

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