दिवंगत गायक सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की इस तरह हुई मौत से हर कोई सन रह गया था. आज 29 मई के दिन पिछले साल 2022 में मूसेवाला का जिस्म गोलियों से छलनी किया गया था. मूसेवाला की लास्ट राइड बने गांव जवाहरके में आज भी उन गोलियों के निशान मौजूद हैं. आज उनकी पहली बरसी है.

गांव जवाहरके अब भी मूसेवाला के परिवार के लिए न्याय मांग रहा है. गांव की पंचायत द्वारा सिद्धू की यादगार बनाने इस स्थान पर उसका बुत लगाने की योजना बनाई गई है. पहली बरसी मौके पूरे गांव को सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) के पोस्टरों से सजाया गया और सहज पाठ के भोग डाल ठंडे मीठे पानी की छबील लगाई गई. जिसमें नौजवानों ने बढ़कर हिस्सा लिया और यादगार के रूप में मूसेवाला की फोटोज भेंट की गई. Read More – अजब-गजब : मौत के बाद शव का सूप बनाकर पीते हैं इस देश के लोग, जानें कहां है ऐसी अजीब परंपरा …

मां फूट-फूटकर लगी रोने

मूसेवाला की पहली पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर उनकी माता चरण कौर रविवार को जवाहर के गांव में उस जगह पर गोली के निशान देखकर फूट-फूट कर रो पड़ीं, जहां उनके बेटे की गोली मारकर हत्या की गई थी. वह जवाहर के गांव के निवासियों द्वारा मारे गए गायक की याद में आयोजित पाठ में शामिल हुईं. उन्होंने कहा कि गोलियों के ये निशान मुझे उस क्रूरता की याद दिलाते हैं, जिसका मेरे बेटे ने सामना किया था. एक साल बीत चुका है, लेकिन हम अभी भी न्याय का इंतजार कर रहे हैं. मास्टरमाइंड को सजा मिलने तक न्याय के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी. उनकी हत्या एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी और असली साजिशकर्ता अभी बेनकाब नहीं हुए हैं.

गांव के सरपंच त्रिलोचन सिंह और पूर्व सरपंच राजिंदर सिंह जवाहरके ने बताया कि पूरा गांव मूसेवाला के रंग में रंग चुका है. बरसी समागम में लास्ट राइड स्थान को देखने के लिए देश विदेश से बड़ी तदाद में संगत पहुंची और मूसेवाला के चित्रों को माथा टेका गया. Read More – Today’s Recipe : साउथ इंडियन डिश को इटेलियन ट्विस्ट देते हुए बनाएं Cheese Dosa, यहां जानें रेसिपी …

लखविंदर सिंह लखनपाल ने कहा कि हर गांव से मूसेवाला को इंसाफ दो की आवाज उठी है, वह और पूरा गांव उनके साथ खड़ा है. जब तक मूसेवाला के कत्ल के साजिशकर्ता नहीं पकड़े जाते. तब तक वह इस संघर्ष में डटे रहेंगे. इसके अलावा नौजवानों ने मूसेवाला के गीत बजाकर उसे श्रद्धांजलि दी गई. इसके अलावा मानसा समेत अन्य स्थानों पर मूसेवाला की याद में छबीलें लगाई गईं.

सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) के ताया चमकौर सिंह ने बताया कि आज गांव मूसा के गुरुद्वारा साहिब में मूसेवाला की याद में पाठ के भोग डाले जाएगे. जिसमें बड़ी तदाद में संगत पहुंचेगी और शाम को मानसा के गुरुद्वारा सिंह सभा से लेकर बस स्टैंड तक इंसाफ दो मार्च निकाला जाएगा.