ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की प्रतिमा पर 11 कौड़ियां चढ़ाएं और हल्दी से तिलक करें. अगले दिन इन कौड़ियों को एक लाल कपड़े में बांधकर धन की तिजोरी में रख दें. जहां आप अपना धन रखते हैं. ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी और घर में कभी भी धन की कमी नहीं रहेगी.


ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 3 जून, शनिवार को सुबह 11 बजकर 16 मिनट से हो गई है. ये तिथि अगले दिन 4 जून रविवार को सुबह 09 बजकर 11 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में 3 जून से ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि लग रही है और 4 जून को सुबह खत्म हो रही है.

भगवान सत्यनारायण की कथा करें

ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन कुछ ज्योतिषि उपायों को करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा से घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती है. इस दिन भगवान सत्यनारायण की कथा करवाना काफी शुभ माना जाता है.

कारोबार में वृद्धि के लिए यह करें

अगर आप अपने कारोबार में वृद्धि सुनिश्चित करना चाहते हैं तो ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन 11 तुलसी के पत्ते लीजिए. अब उन तुलसी के पत्तों को अच्छे से धोकर, साफ कपड़े से पोंछ लीजिए. इसके बाद एक कटोरी में थोड़ी-सी हल्दी लेकर पानी की सहायता से उसका घोल बना लीजिए. अब उन तुलसी के पत्तों पर हल्दी से ‘श्री’ लिखकर भगवान को अर्पित कीजिये.

बिजनेस पार्टनर से अनुबंध है तो यह करें

अगर बिजनेस को लेकर आपका पार्टनर आपकी कोई बात नहीं मान रहा है, सिर्फ अपने अपने आप पर थोप रहा है तो ऐसी स्थिति को ठीक करने के लिए ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन आपको नारायण के मंत्र का जाप करना चाहिए. मंत्र इस प्रकार है- ‘ऊँ नमो भगवते नारायणाय.

ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए. माना जाता है कि यहां माता लक्ष्मी भगवान विष्णु के साथ निवास करती हैं. इस दिन एक लोटे में पानी भर कर उसमें कच्चा दूध और बताशा डालकर पीपल के पेड़ को अर्पित करने से रुका हुआ धन प्राप्‍त होता है. यह उपाय करने से व्यापार में भी लाभ मिलता है.

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