प्रशांत सिंह, जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर जांजगीर-चांपा जिले में एक्सपायरी दवा (expired medicine) वितरण का मामला सामने आया है. इसको लेकर जिले की ही एक महिला ने मोर्चा खोल दिया है और कलेक्टर कार्यालय के सामने आमरण अनसन में बैठ गई. उसकी मांग है कि जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही उसने जिला प्रशासन पर कार्रवाई करने के बजाए संरक्षण का आरोप लगाया है. वहीं महिला की मांग का विधायक सौरभ सिंह ने समर्थन कर मुद्दे को विधानसभा में उठाने की बात कही है.

जानकारी के अनुसार, जिला के नवागढ़ नगर पंचायत में रहने वाली संतोषी बंजारे आज कलेक्टर कार्यालय के सामने आमरण अनसन में बैठ गई है. महिला ने जिला प्रशासन पर एक्सपायरी दवा वितरण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के बजाए उन्हें संरक्षण देने का आरोप लगाया है, और जब तक एक्सपायरी दवा के वितरण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हो जाती तब तक अनसन जारी रखने की बात की है. महिला के आरोप और मांग को अकलतरा विधायक ने समर्थन किया है और आगामी विधानसभा सत्र में मामले को उठाने की बात कही है.

संतोषी बंजारे के मुताबिक 27 अक्टूबर को नवागढ़ में लगे मुख्यमंत्री सल्म स्वास्थ्य योजना के मोबाइल हॉस्पिटल में अपनी मां को उपचार के लिए लेकर पहुंची. जहां स्टॉफ ने उनसे बदसलुकी की और उपचार मेंआनाकानी कर उन्हें जींक और विटामिन की केप्सूल दे दी. दिए गए दोनों ही केप्सूल एक्सपायर हो गए थे. जिसकी जानकारी मोबाइल हॉस्पिटल में दी गई. जहां के कर्मचारियों ने उन्हें भगा दिया. जब इस मामले की शिकायत 28 अक्टूबर 2022 को कलेक्टर और एसडीएम से की गई तो मामले की जांच कार्रवाई की गई, और कुछ लोगों को दोषी भी पाया गया. लेकिन अब तक उनपर कार्रवाई क्यों नहीं की गई ये सवाल अभी उठने लगा है.

अब देखने वाली बात होगी की महिला के आंदोलन में बैठने से जिला प्रशासन पर कितना असर पड़ता है और मामल में क्या कार्रवाई होती है.

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