रायपुर। महासमुंद और धमतरी में आत्महत्या करने वाले किसानों के घर से लौटने के बाद कांग्रेस नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस की. कांग्रेस नेताओं ने इन किसानों की मौत की वजह आर्थिक तंगी को बताया है. कांग्रेस नेताओं ने जानकारी दी कि बीमा की राशि 50 रुपये तक मिली है. सूखा राहत का लाभ नहीं मिला है. कांग्रेस ने मृतक परिवार को अपनी ओर से ₹50-50 हजार की सहायता देने की घोषणा की है.
पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत, सांसद ताम्रध्वज साहू, पूर्व नेता प्रतिपक्ष रविन्द्र चौबे, विधायक सत्यनारायण शर्मा, धनेंद्र साहू, पूर्व मंत्री अमितेष शुक्ल, शिवकुमार डहरिया ने संयुक्त रुप से संबोधित किया.
किसानों के परिजनों से मिलकर हुई बातचीत के आधार पर कांग्रेस के इस दल का दावा है कि किसानों को बीज नकली दिए गए. गर्मी के फसल में नुकसान हुआ. ऊपर से ट्रैक्टर का कर्ज था. साहूकार का भी कर्ज था. जिसके चलते दबाव में किसान थे.
दल का कहना है कि नोटबंदी के बाद किासनों की हालत बेदह खराब है. कांग्रस ने मांग की है कि मृतक किसानों के परिजनों को 1 करोड़ का मुआवज़ा दिया जाए. और ऋण की माफी की जाए. खाद, बीज और दवाई के लिए तत्काल ऋण दिया जाए.
पढ़िए किस नेता ने क्या कहा
भूपेश बघेल- किसान कर्ज के बोझ तले दबे हैं और उन्हें कहीं से कोई मदद नहीं मिल रही है।
चरणदास महंत- प्रदेश के भीतर किसान असुरक्षित किसानों के सामने मौत आसान दिख रही है
धनेंद्र साहू- मैं खुद किसान हूँ, मैं जानता हूँ कि आज खेती करना कितना कठिन है और ऐसे में किसानों का अगर नुकसान होगा तो वो क्या करेगा प्रदेश के भीतर लाखों किसान मरने की स्थिति में
रविन्द्र चौबे- मनरेगा का भुगतान नही, बीमा का लाभ नहीं, मृतक किसानों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं। सीएम रमन सिंह के बयान की निंदा करता हूँ जो कहते हैं किसानों की मौत की वजह कर्ज को नहीं बता रहे हैं।
सत्यनारायण शर्मा – मृतक किसान परिवार को तत्काल राहत दी जाए। नौकरी भी दी जाए। कृषि उपकरण और खाद, बीज में सब्सिडी दी जाए