Aguwani-Sultanganj Bridge Collapse. बिहार के भागलपुर में अगुवानी-सुल्तानगंज पुल के ढहने की स्वतंत्र जांच की मांग को लेकर पटना हाईकोर्ट (Patna High Court) में एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गई है. उधर, अगुवानी-सुल्तानगंज पुल के गिरने पर बिहार के मंत्री तेजप्रताप यादव कहते हैं कि पुल को भाजपा ने ध्वस्त कर दिया है. हम पुल बना रहे हैं और वे इसे गिरा रहे हैं.
बता दें कि बिहार के भागलपुर में गंगा नदी पर 1,710 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे अगुवानी घाट सुल्तानगंज सड़क पुल (Aguwani-Sultanganj Bridge Collapse) का बड़ा हिस्सा रविवार की शाम ताश के पत्तों की तरह ढह गया था. पुल का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम करवा रहा है. जिसे बनाने का ठेका एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड को मिला था. पुल का 84 फीसदी काम पूरा हो गया था. सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार पुल गिरने की जांच करेगी और कड़ी कार्रवाई करेगी. वहीं सोमवार को सीएम नीतीश ने पुल के डिजाइन में कमी को स्वीकारा है.
किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा- तेजस्वी
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इसे लेकर कहा था कि जब इससे पहले भी पुल गिरने की घटना हुई थी, तब भी हम आशंका में थे कि हमें सभी सेगमेंट की जांच करानी चाहिए. रिव्यू मीटिंग भी की गई। IIT रुड़की ने 30 अप्रैल 2022 में पुल गिरने का कारण आंधी तूफान बताया. हमें इसके डिजाइन में पहले से ही फॉल्ट लग रहा था, इसे पूरे तरीके से ध्वस्त करके फिर से कार्य प्रारंभ करने का हमारा निर्णय था. हम पहले क्लीयर थे कि इस ब्रिज को नए सिरे से बनाने में किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा, IIT रुड़की की एक रिपोर्ट आ गई है, इस मामले में पूरी रिपोर्ट आ जाएगी. इस कार्य के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.