भुवनेश्वर। ओडिशा रेल हादसे के चार दिन बाद हलचल मची हुई है. केंद्र सरकार से हरी झंडी मिलते ही सीबीआई की दस सदस्यीय टीम आज बालासोर पहुंचकर हादसे की जगह का मुआयना किया. वहीं दूसरी ओर रेलवे ने हादसे की वजह बने सिंग्नलिंग सिस्टम को लेकर तमाम जोनल मुख्यालयों को सर्कुलर जारी किया है. इन सबके बीच हादसे में मारे गए 101 लोगों की अब तक शिनाख्त नहीं हो पाई है.
बालेश्वर रेल हादसे में 275 लोगों की मौत हुई है, वहीं करीबन 1000 लोग घायल हुए हैं. पूर्वी मध्य रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक रिंकेश रॉय ने बताया कि रेल हादसे में लगभग 1,100 लोग घायल हुए थे. जिनमें लगभग 900 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है. राज्य के विभिन्न अस्पतालों में लगभग 200 लोगों का इलाज किया जा रहा है. दुर्घटना में मरने वाले 275 लोगों में से 101 शवों की पहचान बाकी है.
ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद रेलवे ने नया सर्कुलर जारी कर दिया. सोमवार को रेलवे के तमाम जोनल मुख्यालय को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि स्टेशन रिले रूम और कंपाउंड हाउसिंग सिग्नलिंग इक्विपमेंट में डबल लॉक की व्यवस्था हो. रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे ने यह भी निर्देश दिया कि स्टेशन सीमा के भीतर सभी ‘गुमटी’ हाउसिंग सिग्नलिंग इक्विपमेंट पर विशेष ध्यान देना चाहिए. साथ ही इसके लिए एक सुरक्षा अभियान भी शुरू किया जाना चाहिए.
डबल लॉकिंग व्यवस्था की जानी चाहिए सुनिश्चित
रेलवे ने सभी जोन के जनरल मैनेजर को लेटर लिखकर कहा है कि स्टेशनों के सभी रिले रूम की जांच की जाए और ‘डबल लॉकिंग अरेंजमेंट’ के सही तरीके से काम करने को सुनिश्चित किया जाए. इसकी जांच की जाए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इन रिले रूम के ‘दरवाजा खोलने/बंद करने’ के लिए ‘डेटा लॉगिंग और एसएमएस अलर्ट सही तरीके से काम कर रहा है या नहीं.
दिशानिर्देशों का कड़ाई से किया जाए पालन
इसके अलावा यह जांच करने कहा गया है कि सिग्नलिंग और टेलीकम्युनिकेशन इक्विपमेंट के लिए डिस्कनेक्शन और रीकनेक्शन की व्यवस्था को मानदंडों और दिशानिर्देशों के अनुसार कड़ाई से पालन किया जा रहा. इसके अलावा इसमें कहा गया है कि अभियान के दौरान पाई गई सभी कमियों और इरेगुलेरिटीज अप्रोप्रिएट फॉलो अप एक्शन लिया जाना चाहिए.