नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ रविवार, 11 जून को रामलीला मैदान में होने जा रही आम आदमी पार्टी की महारैली की तैयारियां अंतिम दौर में है. रामलीला मैदान में होने वाली इस महारैली को लेकर कैबिनेट मंत्री व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष गोपाल राय ने कार्यकर्ताओं के साथ स्थलीय निरीक्षण किया.
शुक्रवार को पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने रामलीला मैदान पहुंच कर रैली की तैयारियों का जायजा लिया और आयोजन समिति के प्रमुख सदस्यों और कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक की. इस दौरान उनके साथ आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दिलीप पांडे , दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे. दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली इस रैली को भव्य बनाने के लिए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता पूरे जी-जान से जुटे हैं, लाखों की संख्या में भीड़ जुटने के अनुमान के मुताबिक टेंट लगाए जा रहे हैं, और आप की तरफ से भीषण गर्मी में होने वाली इस रैली को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी गई है.
आम आदमी पार्टी ने कहा है कि ये रैली केंद्र के उस नए अध्यादेश के खिलाफ जनसमर्थन इकठ्ठा करने के लिए है, जिसके जरिए दिल्ली की चुनी हुई सरकार की शक्तियां कम करने की कोशिश की गई हैं. हालांकि, राजनीतिक विश्लेषक इसे 2024 के लिए अरविंद केजरीवाल को अभियान की शुरुआत के तौर पर देख रहे हैं.
राय ने बताया कि महारैली की शुरुआत सुबह 10 बजे से होगी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान, दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री, पार्टी के सांसद और अन्य वरिष्ठ नेता इस महारैली को संबोधित करेंगे. पार्टी के तमाम पार्षद, विधायक और अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के अलावा बड़ी तादाद में आम लोग भी रैली में शामिल होंगे. लोगों को गर्मी से दिक्कत ना हो, इसके लिए पूरे मैदान में पंडाल लगाया जा रहा है. साथ ही पानी, टॉयलेट, फायर सेफ्टी और मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के लिए भी जरूरी इंतजाम रहेंगे. पूरे पंडाल में कुर्सियां भी लगाई जाएंगी. राय ने दावा किया कि यह अब तक की सबसे बड़ी और ऐतिहासिक रैली होगी. पार्टी सूत्रों ने एक लाख से अधिक लोगों के आने की उम्मीद जताई है. इसके लिए विधानसभा क्षेत्रों के हिसाब से बसों का इंतजाम भी किया गया है.
केजरीवाल राष्ट्रीय राजनीति में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं और ये कोई छिपी बात नहीं रह गई है. दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बाद 2022 के गुजरात विधानसभा में आप के प्रदर्शन ने केजरीवाल और पार्टी दोनों में काफी जोश भरा है. गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 5 सीटें मिलीं तो पार्टी को 13 फीसदी वोट मिले. इस प्रदर्शन के बाद आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने में सफल रही.