Hindenburg vs Adani Group: अदानी ग्रुप पिछले 5 महीनों से लगातार कई चुनौतियों का सामना कर रहा है. हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद कंपनियों के शेयर में गिरावट आई थी. हालांकि, समूह इन चुनौतियों से पार पाने के लिए हर तरह के प्रयास कर रहा है.

2 महीने में बड़ा कर्ज लिया
अडानी समूह ने हाल ही में देश के केंद्रीय बैंक, भारतीय रिजर्व बैंक को बताया है कि उसने हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद लगभग 2 महीने (फरवरी और मार्च) में बाजार से नए ऋण के रूप में 19,235 करोड़ रुपये जुटाए हैं. इस तरह कंपनी पर कुल बकाया कर्ज का बोझ बढ़कर 2,27,248 करोड़ रुपए हो गया है. आइए जानते हैं, अदाणी ग्रुप की किस कंपनी ने फरवरी और मार्च में कितना कर्ज उठाया है.

अदानी पावर
अदानी पावर अदाणी ग्रुप की पहली कंपनी है. जिसने हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद फरवरी और मार्च महीने में कुल 8121 करोड़ रुपए खर्च किए हैं.

अदानी एंटरप्राइजेज
अदाणी ग्रुप की अडानी इंटरप्राइजेज ने फरवरी और मार्च के दौरान कुल 4428 करोड़ रुपए का कर्ज बाजार से जुटाया है.

अदानी ग्रीन
अदानी ग्रीन कंपनी ने फरवरी और मार्च के महीने में कुल 3348 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है. अदाणी ग्रुप किआ कंपनी रिन्यूएबल एनर्जी पर काम करती है.

अदानी ट्रांसमिशन
समूह की अगली कंपनी अदानी ट्रांसमिशन है। जिसने फरवरी और मार्च महीने के दौरान कुल 1743 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है.

अदानी पोर्ट एंड लॉजिस्टिक्स कंपनी
अदानी पोर्ट एंड लॉजिस्टिक्स कंपनी ने फरवरी और मार्च में 987 करोड़ रुपये का भारी भरकम कर्ज लिया है.

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट अडानी समूह के लिए मुसीबत खड़ी करती है
बता दें कि, 24 जनवरी 2023 को अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फॉर्म हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर एक रिपोर्ट पेश की थी. फर्म की इस रिपोर्ट में अदानी ग्रुप पर कई आरोप लगाए गए थे. इस रिपोर्ट के आने के बाद से बाजार में अडानी के शेयरों में जबरदस्त गिरावट आई है. नतीजतन, कंपनी अभी भी इस गिरावट से प्रभावित दिखाई दे रही है.