स्पोर्ट्स डेस्क. भारतीय टीम को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली शर्मनाक हार के बाद खिलाड़ियों के लिए बुरी खबर सामने आई है. भारतीय खिलाड़ियों पर डब्ल्यूटीसी फाइनल के दौरान धीमी ओवरगति के लिए मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है. इसके अलावा विवादित फैसले पर आउट देने के लिए अंपायर के फैसले की आलोचना करने वाले शुभमन गिल पर 15 प्रतिशत अतिरिक्त जुर्माना लगा है. आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों पर भी धीमी ओवरगति के लिए मैच फीस का 80 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है.

बता दें कि, भारत ने निर्धारित तय समय तक पांच ओवर कम किए, जिसके चलते उनकी पूरी मैच फीस काट दी गई. आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार, खिलाड़ियों पर प्रत्येक ओवर के लिए उनकी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है. दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया भी तय समय तक अपने चार ओवर पूरे करने में विफल रही है, जिसके चलते उन पर मैच फीस का 80 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है. आईसीसी ने सोमवार को कहा कि रविवार को आखिरी दिन का खेल खत्म होने के बाद ही इसकी पुष्टि हो गई कि धीमी ओवरगति के लिए भारत पूरी मैच फीस और ऑस्ट्रेलिया 80 प्रतिशत मैच फीस गंवाएगा.

धीमी ओवरगति के चलते 100 प्रतिशत दंड झेलने वाले गिल पर तीसरे अंपायर के निर्णय पर असहमति जताने के चलते मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना और लगा है. दरअसल, भारत की दूसरी पारी के दौरान कैमरन ग्रीन ने बाईं ओर डाइव लगाकर गिल का विवादास्पद कैच पकड़ा, जिस पर टेलीविजन अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने उन्हें आउट करार दिया. इसके बाद गिल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट में ग्रीन के कैच की फोटो शेयर करते हुए निराशा जाहिर की. गिल डब्ल्यूटीसी के दूसरे चक्र के फाइनल में अपेक्षाकृत प्रदर्शन नहीं कर सके. उन्होंने दोनों पारियों में कुल 31 रन बनाए.