अजय नीमा, उज्जैन। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) में 4 साल की बच्ची की हत्या के मामले में आरोपियों की रिमांड अवधि खत्म होने पर पुलिस ने उनको न्यायालय में पेश किया। जहां कोर्ट ने सभी को 23 जून तक जेल भेज दिया। अब अगली सुनवाई 23 जून को होगी।

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दरअसल, शहर की कमल काॅलोनी निवासी राम सिंह राणा की बेटी राजनंदिनी उर्फ नंनू 6 जून मंगलवार को घर के बाहर अपनी बड़ी बहन स्वाति के साथ खेल रही थी। बच्ची की मां घर में काम कर रही थी। करीब तीन बजे तक बच्ची को देखा गया उसके बाद से वो गायब हो गई। करीब एक घंटे तक खोजने के बाद जब बच्ची का पता नहीं चला, तो परिवार वालों ने पुलिस को सूचना दी। शहर के सभी सोशल मीडिया ग्रुप पर बच्ची के फोटो भेजे गए, लेकिन मासूम बच्ची का पता नहीं चला।

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इसके बाद थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी सचिन शर्मा बच्ची के घर पहुंचे, उन्होंने परिवार वालों से बातचीत कर घटना की जानकारी ली। बुधवार वाल्मीकि चौराहे पर डायल 100 के जवानों को बच्ची का बोरे में शव मिला। घटना की जानकारी लगने के बाद पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना कर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया।

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बुधवार सुबह तक दो दर्जन से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले गए। इनमें एक कैमरे में आरोपी विक्की स्कूटी पर बोरा ले जाते दिखा। इस दौरान पुलिस को पता चल चुका था कि घटना वाले दिन अजय के घर पर विक्की आया था। दोनों आपस में दोस्त हैं। अजय बच्ची के सामने वाले मकान में रहता है। इसके बाद पुलिस ने पहले विक्की और उसके साथी अजय से पूछताछ की, तब पूरे मामले का खुलासा हुआ, इसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी अजय और शव को ठिकाने लगाने में मदद करने वाले विक्की, अजय की बहन रानू और मां मिलन बाई को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां कोर्ट ने पुलिस को आरोपियों की 3 दिन की रिमांड दी थी।

वहीं आज 3 दिन की रिमांड पूरी होने के बाद आरोपियों को दोबारा उज्जैन के जिला न्यायालय में पेश किया गया, इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। सीएसपी सचिन परते ने देते हुए बताया कि आरोपियों की 3 दिन की रिमांड पूरी होने के कारण उन्हें न्यायालय पेश किया गया है, न्यायालय द्वारा आरोपियों को 23 जून तक न्यायिक हिरासत में भेजा है।

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