आजकल की व्यस्त जीवनशैली के कारण अक्सर माता-पिता अपने बच्चों को वक्त नहीं दे पाते. खासतौर से वो पेरेंट्स जो काम या नौकरी के कारण दूसरे शहर में चले जाते हैं. बाहर रहने की वजह से वे बच्चों के साथ समय नहीं गुजार पाते और इस बात का मलाल उन्हें सताता रहता है. ऐसे में कई बार पेरेंट्स और बच्चों के बीच कम्युनिकेशन गैप होने लगता है और दोनों के बीच की बॉन्डिंग भी कमजोर हो जाती है. ऐसे में जरूरी हैं कि रिश्ते की इस कमी को समय रहते दूर किया जाए.
अगर आपके पास समय की कमी है या बच्चों से ज्यादातर समय दूर रहते हैं, लेकिन फिर भी आप अपने बच्चे के साथ अपने रिश्ते को मजबूत बनाए रखना चाहते हैं तो कुछ बातों का ध्याान रखकर ऐसा कर सकते हैं. आइये जानते हैं इन बातों के बारे में.
स्पेशल टाइम बिताएं
अगर आप अक्सर टूर पर रहते हैं तो आपके लिए ये जरूरी है कि आज जब भी घर आएं तो बच्चों के साथ कुछ स्पेशल टाइम बिताएं. कुछ ऐसा वक्त साथ गुजारें कि आपके जाने के बाद भी बच्चे आपके साथ बिताए गए समय को याद कर लगाव महसूस करें. कोशिश करें कि जाने से 1 से 2 दिन पहले ऐसा समय गुजारें जिससे उनके मन में आपके साथ बिताए गए कुछ अच्छे। वक्त की यादें ताजा रहें.
खाना साथ खाएं
अगर आप अपनी फैमली के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करना चाहते हैं तो साथ मिलकर खाना खाना सबसे बेस्ट ऑप्शन में से एक है. इसलिए जब भी घर पर रहें तो लंच, डिनर या ब्रेकफास्ट बच्चों के साथ ही करें. वीकेंड पर आप बच्चों के साथ बाहर डिनर के लिए बाहर भी जा सकते हैं.
छोटी-छोटी पार्टी करें
आप जब घर आएं तो अपने बच्चों के साथ एक अच्छा वक्त बिताएं. उन्हें कहीं घुमाने ले जाएं या एक छोटी ट्रिप प्लान करें. आप अपने बच्चों को पार्टी पर ले जा सकते हैं. बच्चे इन्हीं सारी चीजों का इंतजार करते हैं. जब आप लंबे समय के बाद घर जाएं, तो उनके लिए कुछ न कुछ गिफ्ट जरूर ले जाएं. इससे बच्चों को आपका इंतजार रहेगा. उनके साथ छोटी-छोटी चीजें सेलिब्रेट करें.
बनें उनके दोस्त
यकीनन बतौर पैरेंट्स आपको बच्चों के लिए कुछ रूल बनाना जरूरी हैं, लेकिन फिर भी आपका व्यवहार उनके साथ कुछ ऐसा होना चाहिए कि उन्हें लगे कि आप उनकी दोस्त ही हैं. जब बच्चों के मन में यह भावना होती है तो वह अपनी कोई भी बात आपसे शेयर बिना किसी भी हिचक के साथ कर पाएंगे.
कैलेंडर पर करें मार्क
आप उनके रूम में एक कैलेंडर लगाएं और जब भी आपके टूर का प्लान हो तो उस पर निशान लगाएं. आज कब घर आएंगे इसकी भी जानकारी कैलेंडर पर दें. इससे बच्चे आपके जाने पर बहुत दुखी नहीं होंगे बल्कि आपके आने का इंतजार करेंगे.
बच्चों के साथ खेलें
जब आप लंबे समय के बाद घर जाते हैं, तो बच्चे चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा समय आप उनके साथ बिताएं. इसके लिए आप अपने बच्चों के साथ उनका पसंदीदा खेल भी खेल सकते हैं. इससे उनको बहुत अच्छा लगेगा. आप उनके साथ इनडोर या आउटडोर कैसे भी गेम्स खेल सकते हैं. उन्हें नई-नई चीजें सिखाएं. इससे बच्चे क्रिएटिव होंगे. पेंटिंग, सिंगिंग, डांसिंग जो भी आपके बच्चे को पसंद हो. आप इन चीजों में उनका साथ दे सकते हैं.
गुस्सा ना करें
कुछ भी हो जाए आपको कभी बच्चे पर गुस्सा नहीं करना है। अगर उनसे कोई गलती होती है तो उन्हें प्यार से समझाएं. दफ्तर की टेंशन या थकावट की वजह से अपने व्यवहार में बदलाव ना आने दें. आप बच्चों से उखड़े मूड से बात करते हैं या उन्हें डांटते हैं, तो आगे से वे आपके आने का इंतजार नहीं करेंगे. घर आते ही सबकुछ भूलकर बच्चों को समय दें. जितना ज्यादा हो सके अपने बच्चे पर प्यार लुटाएं.
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