रोहित कश्यप, मुंगेली। मानसिक दिव्यागों के पुनर्वास केन्द्र घरौंदा कल्याणी आश्रम का शुभारंभ किया गया. जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर मुंगेली-बिलासपुर मार्ग पर समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में निर्मित घरौंदा कल्याणी आश्रम का कलेक्टर राहुल देव, जिला पंचायत अध्यक्ष लेखनी सोनू चंद्राकर, नपा अध्यक्ष हेमेन्द्र गोस्वामी ने फीता काटकर शुभारंभ किया.

कलेक्टर राहुल देव ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप जिला प्रशासन द्वारा समाज के अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. मूक-बधिर बच्चों के लिए जिला मुख्यालय में आवासीय विद्यालय खोला गया, घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं के सहयोग के लिए सखी वन स्टाफ सेंटर संचालित किया जा रहा है, घुमंतु, अनाथ व बेघर बच्चों के लिए बालगृह संचालित है.

उन्होंने कहा कि वृद्धजनों के स्वास्थ्य जांच के साथ उन्हें आवश्यक उपकरण प्रदान करने व सम्मानित करने के लिए समय-समय पर विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, लेकिन मानसिक दिव्यांग बच्चों के लिए कोई रास्ता नहीं निकल पा रहा था. तब हमने तय किया कि जिले में घरौंदा योजना का क्रियान्वयन करें और आज इसकी शुरूआत हो गई, जो जिले के लिए बड़ी सौगात है. कलेक्टर ने कहा कि इस आश्रम के खुलने से मानसिक दिव्यांग बच्चों का उचित देखभाल हो सकेगी.

उन्होंनेे इस कार्य से जुड़े संस्था की भी सराहना की और कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा की भाव लेकर दिव्यांग बच्चों की साइकोलाजी को समझकर संस्था द्वारा कार्य किया जा रहा है. जो काफी सराहनीय है. कलेक्टर ने बताया कि अनाथ या ऐसे बच्चे जिनके परिजन ठीक से पालन-पोषण नहीं कर पाते हैं, उनके लिए स्पांसरशिप योजना भी संचालित है. जिला प्रशासन द्वारा इस योजना के तहत अब तक करीब 15 बच्चों का चिन्हांकन किया गया है, तथा उन्हें योजना के तहत राशि प्रदाय उनके उज्जवल भविष्य के लिए कार्य किया जा रहा है.

दिव्यांग बच्चों को मिलेगा नया जीवन

जिला पंचायत अध्यक्ष लेखनी चंद्राकर के कहा कि इस आश्रम में मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों का उचित देखभाल होगा और उन्हें नया जीवन मिलेगा. नगर पालिका अध्यक्ष हेमेन्द्र गोस्वामी ने कहा कि घरौंदा केन्द्र के लिए जो जगह का चयन किया गया है, यह काफी सराहनीय है. यहां रहने वाले मानसिक दिव्यांग बच्चों को अच्छा माहौल मिलेगा. उन्होंने समाज के सभी लोगों को मानसिक दिव्यांग बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की.

जिले में कई आश्रमों का हो रहा संचालन

घरौंदा कल्याणी आश्रम के निर्देशक अजय कल्याणी ने बताया कि उनकी संस्था विगत 23 वर्षों से सामाजिक क्षेत्रों में कार्य कर रही है. इसके अलावा नशामुक्ति केन्द्र का भी संचालन किया जा रहा है. घरौंदा योजना का उद्देश्य ऐसे निःशक्तजन व्यक्तियों, जो आटिज्म, सेलेब्रल पाल्सी, मानसिक मंदता और एकाधिक बहुनिःशक्तता से ग्रसित हों, उन्हें जीवन भर के लिए संस्थागत आश्रय सुनिश्चित करना और देखरेख की मानक सेवाएं प्रदान करना है.

घरौंदा में 25 बेड की व्यवस्था

उन्होेंने बताया कि वर्तमान में मानसिक दिव्यांगजनों के लिए घरौंदा केन्द्र में 25 बेड की व्यवस्था की गई है. यहा रहने वाले मानसिक दिव्यांगजनों को योगाभ्यास एवं व्यायाम (विभिन्न थैरेपी) के साथ शैक्षणिक, नैतिक व व्यावसायिक प्रशिक्षण, भोजन, दवाई, खेलकूद, मनोरंजन की सुविधा उपलब्ध जाएगी.