नई दिल्ली। भारतीय दुनिया में सर्वाधिक सोना खरीदने वालों में शामिल है. इस बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (Sovereign Gold Bond Scheme) की नई किस्त लेकर आ रही है. सरकार ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में स्कीम की 2 किस्तें लाने का फैसला लिया है. साल 2023-24 सीरीज I के लिए सब्सक्रिप्शन की तारीख 19 से 23 जून 2023 है. वहीं, दूसरी सीरीज 11 से 15 सितंबर 2023 में आएगी.

2.5 प्रतिशत सालाना ब्याज

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का एक लाभ यह भी है कि इसमें शुरुआती निवेश की राशि पर सालाना 2.50 फीसदी की एक निश्चित ब्याज दर होती है. इस ब्याज को निवेशक के बैंक खाते में छमाही आधार पर जमा किया जाता है. यह ब्याज इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के तहत टैक्सेबल है.

खरीद सकते हैं 4 किलो सोना

आरबीआई के निर्देशों के अनुसार, ट्रस्ट और विश्वविद्यालयों के लिए अधिकतम सीमा 20 किलोग्राम है. वहीं, इंडिविजुअल्स और एचयूएफ के लिए यह सीमा 4 किलोग्राम है. भारत का कोई भी निवासी व्यक्ति और हिंदू अविभाजित परिवार, ट्रस्ट, विश्वविद्यालय और धर्मार्थ संस्थान सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना में निवेश कर सकते हैं.

आठ साल की मैच्योरिटी अवधि

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मैच्योरिटी अवधि 8 साल की होती है. साथ ही आपको इसमें 5वें वर्ष के बाद अगली ब्याज भुगतान तारीखों पर बाहर निकलने का विकल्प भी मिलता है. मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने के बाद ग्राहक को प्राप्त होने वाला रिटर्न पूरी तरह टैक्स फ्री है.

कहां से कर सकते हैं खरीदी

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को बैंकों (छोटे वित्त बैंकों और भुगतान बैंकों को छोड़कर), स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), नामित डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों जैसे कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड और बीएसई के जरिए खरीदा जा सकता है.