बिलासपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी हाईपावर कमेटी के आदेश पर रोक लगाने बिलासपुर पहुंचे। लेकिन इससे पहले वे स्टे के लिए आवेदन करते उससे पहले ही याचिकाकर्ता संत कुमार नेताम ने केवियट दाखिल कर दिया। केवियट दाखिल होने की वजह से न्यायालय को जोगी को स्टे देने से पहले अब नेताम का पक्ष सुनना पड़ेगा।
उसके बाद ही न्यायालय स्टे पर फैसला कर पाएगी कि जोगी को स्टे दिया जाएगा या नहीं। केवियेट दाखिल होने की जानकारी संत कुमार नेताम की वकील रक्षा अवस्थी ने lalluram.com को दी है।
आपको बता दें कि बुधवार को हाईपावर कमेटी का फैसला आया था जिसमें जोगी को आदिवासी मानने से इंकार कर दिया था। इस फैसले के मुताबिक जोगी को संवैधानिक पद में लाभ की पात्रता नहीं है।