अंकित मिश्रा, बाराबंकी. रेप करने का असफल प्रयास करने का मुकदमा दर्ज कराने वाली एक किशोरी का उसी के घर के कमरे में दुपट्टे के सहारे शव फंदे से लटकता मिलने के बाद हड़कंप मच गया. पीड़ित किशोरी ने बीती 17 जून 2023 को अपने ही गांव के एक दबंग युवक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवाया था, जिसमें पीड़ित किशोरी का मेडिकल परिक्षण कराकर पुलिस ने नामजद मुकदमा दर्ज करके कार्यवाई शुरू की थी और आज पीड़िता का मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 मे बयान दर्ज होना था.

सूचना पाकर घटनास्थल पर पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी डॉ. अखिलेश नारायण सिंह क्षेत्राधिकारी हैदरगढ़ जेएल अस्थाना कोतवाल लाल चंद्र सरोज दलबल के साथ पीड़ित किशोरी के गांव पहुंचे और छान-बीन के बाद किशोरी के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. एसपी ने बताया की मृत किशोरी के आज बयान दर्ज होने थे, मुकदमा पूर्व से ही दर्ज हो रखा है.

इसे भी पढ़ें – UP Weather Update : भीषण गर्मी में राहत की खबर, इन 42 जिलों में बारिश के आसार

बाराबंकी जिले के कोतवाली हैदरगढ़ के बेहटा गांव निवासी एक दलित परिवार की 16 वर्षीय किशोरी का गांव के शादीशुदा दबंग युवक बीती 8 जून की रात घर के बाहर मां के साथ मे सो रही किशोरी तभी किशोरी उठकर लघुशंका करने के लिए जा रही थी कि पहले से घात लगाकर बैठे दबंग प्रवत्ति के सोनू नामक युवक ने किशोरी को जबरन मुंह दाबकर उठा ले गया और दुष्कर्म करने का प्रयास किया. किसी तरह एक पड़ोसी महिला के नींद से जाग जाने के बाद आरोपी युवक मौके से फरार हो गया. जिसके एक सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बाद पुलिस ने आरोपी सोनू के विरुद्ध बीती 17 जून को पीड़िता की मां की तहरीर पर मुकदमा लिखकर तफ्तीश शुरू की थी. उसी मामले आज पीड़िता के मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 के बयान दर्ज होने थे और बयान देने से पहले पीड़िता ने मौत को गले लगा इसलिए पुलिस अब गिरफ्तार आरोपी को क्या सजा देगी. क्योंकि पीड़िता की मौत के बाद अब कौन कराएगा मुकदमा और आरोपी को कौन दिलाएगा सजा. ये राज रह जाएगा.

इसे भी पढ़ें – सावधान! काला जादू, टोना-टोटके, तंत्र-मंत्र, वशीकरण के नाम पर हो रही ठगी, ऑनलाइन फैला है अंधविश्वास का जाल, जानिए कैसे बचें

एसपी दिनेश कुमार सिंह ने पीड़िता की आत्महत्या किए जाने के बाद घटना को गंभीरता से लेते हुए पीड़िता के हैदरगढ़ कोतवाली मे दर्ज हुए मुकदमे मे विवेचना कर रहे विवेचक एसआई योगेंद्र प्रताप सिंह को सस्पेंड करने के साथ पूरे मामले मरहम लगाया है. वहीं बात करे पीड़िता के द्वारा बिना कोई सुसाइड नोट छोड़े फांसी लगाकर जान देने की वजह तो स्पष्ट नहीं हो पाई, लेकिन लोगों का मानना है कि पुलिस ने कई प्रार्थना पत्रों को लेकर केस को हल्के में लेते हुए महज धारा 151 के तहत आरोपी के विरुद्ध केस दर्ज किया. जिससे लगातार आहत हो रही पीड़िता ने जान देना ही मुनासिब समझा.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक