नई दिल्ली . तिहाड़ जेल नंबर आठ में कैदियों के बीच हुए खूनी संघर्ष में 20 से अधिक कैदी घायल हो गए. तिहाड़ जेल प्रशासन का कहना है कि छापेमारी के दौरान कैदियों से मोबाइल और सुआ मिला था. उसके बाद कैदियों ने जेलकर्मियों पर हमला कर दिया और आपस में भिड़ गए. गंभीर रूप से जख्मी चार कैदियों को डीडीयू अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर है.
तिहाड़ जेल के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, “हमने कुछ बैरक में कैदियों की असामान्य हलचल देखी वहां से बरामदगी भी की गई थी. आगे छापेमारी की गई और एक सिम कार्ड और एक मोबाइल चार्जर भी बरामद किया गया. जब एक कैदी से मोबाइल फोन के बारे में पूछताछ की जा रही थी और उसे सामान बरामद करने के लिए उसकी बैरक में ले जाया गया, लेकिन उसने अन्य कैदियों को भड़का दिया. उन्होंने जेल कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया और उनमें से 20 से अधिक लोगों ने खुद को घायल कर लिया. ऐसा सेल के अंदर छापे का विरोध करने और कर्मचारियों को फोन बरामद करने से रोकने के लिए किया गया था.”
बुधवार सुबह सीसीटीवी कंट्रोल रूम में मौजूद जेलकर्मियों ने आठ और नौ नंबर जेल में कुछ कैदियों की संदिग्ध गतिविधियों को नोटिस किया था. अधिकारी छापेमारी के लिए पहुंचे तो सिम, मोबाइल फोन, चार्जर और एक सुआ छिपाने की जानकारी मिली. इसे लेकर एक कैदी से जेल स्टाफ ने पूछताछ की और मोबाइल व सुआ देने के लिए कहा. इस पर कैदियों ने जेल स्टाफ को गालियां देते हुए उन पर हमला कर दिया. कुछ कैदियों ने अपने सिर दीवार और बैरक पर पटके तो कई आपस में एक-दूसरे को मारने लगे.
हंगामे के बीच अभियुक्त ने परिजन को कॉल की
जेल प्रशासन का कहना है कि जब बवाल चल रहा था तभी एक कैदी ने परिजन को फोन कर पीसीआर कॉल करने के लिए कहा कि जेल स्टाफ कैदियों को पीट रहे हैं. गंभीर रूप से घायल चार कैदियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि अन्य मामूली रूप से घायल हुए हैं. हरि नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.