कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj singh) के कल (23 जून को) ग्वालियर दौरे के खिलाफ याचिका दायर हुई है। ग्वालियर हाईकोर्ट (Gwalior high court) में जनहित याचिका दायर (PLI) हुई है। ग्वालियर के मेला मैदान में आयोजित होने वाली सभा को शासन (Government) की फिजूलखर्ची बताया गया है।

याचिका में एक लाख लोगों की भीड़ जुटाना, 3700 से ज्यादा बसों का इंतजाम ,10 करोड़ से ज्यादा का डीजल सहित अन्य व्यवस्थाओं में फिजूलखर्ची को दर्शाया गया है। जनहित याचिका में मध्यप्रदेश की खराब आर्थिक हालात का हवाला दिया गया है। 1000 बिस्तर अस्पताल के शुभारंभ पर भी सवाल उठाया गया है। अस्पताल की बदहाली, काम पुराना होने के बावजूद शुभारंभ करने पर सवाल खड़े किए है। बारिश के बीच सीएम के दौरे के चलते पीडब्ल्यूडी द्वारा जल्दबाजी में तैयार की जा रही सड़कों को बड़ा भ्रष्टाचार बताया गया है।

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याचिकाकर्ता अधिवक्ता उमेश बोहरे का तर्क

सीएम की यात्रा का कोई उद्देश्य नहीं है। लाडली बहनों के खातों में रुपया ट्रांसफर हो चुका है तो फिर भीड़ इकट्ठा करने का क्या उद्देश्य? शासन के खजाने का चुनावी साल में दुरुपयोग किया जा रहा है। हाईकोर्ट में जल्द सुनवाई के लिए भी एप्लीकेशन दायर की गई है।

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