स्पोर्ट्स डेस्क. इन दिनों भारतीय क्रिकेट में काफी कुछ चल रहा है. कभी टीम चयन को लेकर तो कभी खिलाड़ियों के प्रदर्शन को लेकर. क्रिकेट पंडित और खेल प्रेमी यह नहीं समझ पा रहे हैं कि घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने वाले खिलाड़ियों को भारतीय टेस्ट टीम (Indian Test Team) में जगह क्यों नहीं मिल रही? भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने हाल ही में वेस्टइंडीज (Ind vs WI) के आगामी दौरे के लिए अपनी टेस्ट और वनडे टीम की घोषणा की. इसमें सरफराज खान, अभिमन्यु ईश्वरन, प्रियंक पंचाल के ऊपर रुतुराज गायकवाड़ और यशस्वी जायसवाल को तरजीह दी गई. वहीं, भारत के लिए एक टेस्ट खेलने वाले विस्फोटक बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) को लाल गेंद पर नहीं सिर्फ सीमित ओवरों के क्रिकेट पर फोकस करने को कहा गया है.

भारतीय टीम को जुलाई में वेस्टइंडीज का दौरा (India tour of West Indies) करना है. कैरेबियाई दौरे पर टीम इंडिया को दो टेस्ट, तीन वनडे और पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज खेलनी है. इस दौरे की शुरुआत 12 जुलाई से डोमिनिका में पहले टेस्ट मैच के के साथ होगी. टेस्ट टीम में सूर्यकुमार को शामिल नहीं किया जबकि वनडे टीम में उन्हें जगह मिली है. इस पर बीसीसीआई अधिकारी (BCCI Official) ने बयान दिया कि इसका संबंध वेस्टइंडीज दौरे से ज्यादा विश्व कप 2023 से है. खराब प्रदर्शन के बावजूद सूर्यकुमार ने वनडे टीम में अपनी जगह बरकरार रखी है.

बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि यह स्पष्ट है कि अगर सूर्यकुमार टीम में होता, तो वह रुतुराज या यशस्वी से आगे खेलता और टीम किसी नए चेहरे को आजमाना चाहती है. लेकिन सूर्यकुमार अभी टेस्ट योजना से बाहर नहीं हुए हैं. एशिया कप और विश्व कप आने के कारण वह एक बहुत ही महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं, इसलिए उन्हें अभी सफेद गेंद वाले क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. उन्हें मौका मिलेगा. अधिकारी ने कहा कि वह एक बहुत ही सक्षम बल्लेबाज है, जो इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक है. लेकिन वह भी 32 वर्ष के हैं और हमें भविष्य के लिए योजना बनानी होगी.

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