इंद्रपाल सिंह, नर्मदापुरम। टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में एक बार फिर एक बाघ की संदिग्ध मौत हो गई। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चूरना रेंज के डबरादेव बीट में बाघ का शव क्षत-विक्षत अवस्था में गश्ती टीम को मिला। बाघ की मौत से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व प्रबंधन में हड़कंप मच गया। घटना 26 जून की बताई जा रही है।
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बाघ का शव क्षत विक्षत अवस्था में पाया गया। जो करीब 5-7 दिन पुराना था। पिछले महीने एसटीआर के जंगल के आसपास कुछ संदिग्ध घूमते नजर आएं थे। इसलिए आशंका है कि बाघ का शिकार हो सकता है। एसटीएफ और एसटीआर की टीम संदिग्धों से पूछताछ कर रही है।
स्थानीय अमले के अनुसार बाघ काफी समय से इसी क्षेत्र में अपना इलाका बनाकर रह रहा था। बाघ का शिकारियों द्वारा शिकार किया गया या बाघों के बीच लड़ाई हुई या बीमारी से बाघ की मौत हुई यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। परीक्षण के बाद पोस्टमार्टम के दौरान बाघ के अवयवों को एकत्रित कर लिया गया जिसके बाद बाघ के शव को सभी वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में एनटीसीए के प्रोटोकोल अनुसार जला दिया गया।
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