कुमार इंदर, जबलपुर। जबलपुर मेडिकल कॉलेज से लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है। जहां 27 दिन के मासूम को दूसरे ब्लड ग्रुप का खून चढ़ा दिया गया है। बच्चे का ब्लड ग्रुप AB पॉजिटिव है, जबकि उसे A पॉजिटिव का ब्लड चढ़ा दिया, जो कि एक बड़ी और गंभीर लापरवाही है।
मिली जानकारी के अनुसार 31 मई को मेडिकल कॉलेज में मासूम का जन्म हुआ था, लेकिन वो काफी कमजोर था, जिस वजह से उसे ब्लड की आवश्यकता हुई। जिसके बाद 7 जून को मासूम को खून चढ़ाया गया। 16 जून को नर्सरी से सुपर स्पेशलिटी में मासूम को रेफर किया गया था। बच्चे के पिता ने बताया कि बर्थ फाइल में AB+ लिखा होने के बाद भी अस्पताल स्टाफ ने उसे A+ का ब्लड चढ़ा दिया। बच्चे का परिवार बरगी विधानसभा के बंदर कोला ग्राम पंचायत से अस्पताल आया हुआ है।
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वहीं मामले के संज्ञान में आने के बाद CMHO डॉ संजय शर्मा ने डीन से जांच कराने की बात कही है, साथ ही उन्होंने कहा कि इसमें जो भी दोषी पाया जाता है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी।
अब अगर खून चढ़ाने की बात करें तो यह काम बड़ी सावधानी से किया जाता है, क्योंकि Blood की सही से जांच करना और सही से उसे दूसरे इंसांन को चढाना काफी संवेदनशील होता है। अगर किसी व्यक्ति में दूसरे ब्लड ग्रुप का खून दिया जाये तो यह उस व्यक्ति के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। ऐसे में 27 दिन के मासूम को गलत ब्लड ग्रुप का खून चढ़ाना कितनी बड़ी लापरवाही है, ये आप खुद समझ सकते है।
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