Conrad Sangma On UCC: पूर्वोत्तर में भाजपा के प्रमुख सहयोगियों में से एक, नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) प्रमुख और मेघालय के मुख्यमंत्री (chief and Chief Minister of Meghalaya) कॉनराड संगमा (Conrad Sangma) ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का विरोध किया है. उन्होंने शुक्रवार (30 जून) को कहा कि समान नागरिक संहिता भारत के वास्तविक विचार के विपरीत है.

Conrad Sangma ने कहा कि भारत एक विविधतापूर्ण देश है और विविधता ही हमारी ताकत है. एक राजनीतिक दल के रूप में, हम महसूस करते हैं कि पूरे पूर्वोत्तर में एक अनूठी संस्कृति है और हम चाहेंगे कि इसे संरक्षित किया जाए.

एनपीपी प्रमुख ने कहा कि यूसीसी मसौदे की वास्तविक सामग्री को देखे बिना विवरण में जाना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि बेशक हमें नहीं पता कि अगर बिल आएगा तो किस तरह का आएगा.

मेघालय में सरकार बनाने के लिए बीजेपी ने कॉनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी को समर्थन दिया. एनपीपी भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा है. मेघालय की 60 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी के दो विधायक हैं, जबकि संगमा की पार्टी के 28 विधायक हैं.

यूसीसी पर कुछ विपक्षी दल भी सरकार के साथ हैं

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समान नागरिक संहिता की वकालत के बाद देशभर में इस मुद्दे पर बहस शुरू हो गई है. पीएम मोदी ने यूसीसी को जरूरी बताते हुए विपक्षी दलों पर निशाना साधा. इस मुद्दे पर सभी विपक्षी दल भी एकमत नहीं हैं. जहां कई पार्टियां यूसीसी का खुलकर विरोध कर रही हैं, वहीं शिव सेना और आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे पर अपना समर्थन देने का संकेत दिया है.

इस बिल को मानसून सत्र में पेश किया जा सकता है

इस बीच, एक संसदीय स्थायी समिति ने विधि आयोग द्वारा जारी हालिया नोटिस पर इस मुद्दे पर विभिन्न हितधारकों की राय लेने के लिए विधि आयोग और कानून मंत्रालय के प्रतिनिधियों को 3 जुलाई को बुलाया है. ऐसी चर्चा है कि केंद्र सरकार संसद के मानसून सत्र में समान नागरिक संहिता लागू करने पर विधेयक पेश कर सकती है.

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