नई दिल्ली . दिल्ली एम्स से रेडियोग्राफी (बीएससी) की पढ़ाई करने वाला एक छात्र दूसरे की जगह नीट दिलवाने का गिरोह चला रहा था. आरकेपुरम थाना पुलिस ने छात्र नरेश बिश्नोई को सोमवार सुबह गिरफ्तार किया है. नरेश की गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने एक सेंटर से दूसरे शख्स की परीक्षा देते हुए एम्स के छात्र संजू यादव को गिरफ्तार किया था.
संजू से पूछताछ के बाद पूरे गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने दो आरोपी संजू यादव और नरेश बिश्नोई से पूछताछ शुरू कर दी है. सूत्रों ने बताया कि एम्स के दो और छात्रों के नाम अभी तक की पूछताछ में सामने आए हैं. जिनकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मामले में गिरोह में शामिल कई और लोगों के नाम सामने आ सकते हैं.
पूछताछ में पता बताया कि उन्होंने एम्स के बीएससी के दूसरी वर्ष के छात्र नरेश बिश्रोई के कहने पर दूसरे की जगह नीट की परीक्षा देने गए थे. नरेश ने उन्हें मोटी रकम का लालच दिया था. आरोपी छात्र नरेश ने बताया कि उसने जिन छात्रों की परीक्षा दिलवाई थी, उनसे 7 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था. एक-एक लाख रुपये एडवांस दे दिए गए थे. बाकी छह लाख रुपये में बाद में देना तय हुआ था.
7 मई को परीक्षा देने के लिए पहुंचा था पुलिस अधिकारी ने बताया कि मई माह में देशभर में नीट का आयोजन किया गया था. आरकेपुरम स्थित केन्द्रीय विद्यालय पर 7 मई को परीक्षा देने के लिए पहुंचा एक शख्स बयोमैट्रिक जांच के दौरान दूसरे की जगह पर परीक्षा देते हुए पड़ा गया. पकड़ा गया आरोपी अमन कुमार की जगह परीक्षा देने के लिए पहुंचा था. सेंटर पर मौजूद अधिकारी एसके सक्सेना की शिकायत पर आरके पुरम थाना पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की आरोपी संजू यादव को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस मामले में जांच कर रही है.
पेपर के ऐवज में एक लाख पहले दिए थे
आरके पुरम थाना पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए छात्र संजू यादव ने बताया कि वह एम्स नई दिल्ली से रेडियोग्राफी (बीएससी) की पढ़ाई कर रहा है और प्रथम वर्ष का छात्र है. उसे उसके सीनियर और रूममेट ने परीक्षा देने के लिए भेजा था. इसके एवज में उसे सात लाख रुपये देने का वादा किया था. जिसमें से एक लाख रुपये उसे दिए जा चुके हैं. पुलिस ने संजू द्वारा बताए गए सीनियर नरेश बिश्नाई के बारे में जानकारी जुटाई और सोमवार को एम्स में छापा मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया. नरेश गिरफ्तारी के समय अपनी रेडियोग्राफी (बीएससी) की द्वितीय वर्ष परीक्षा दे रहा था.