काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ का आयोजन में दिया गया बयान नेपाल में सियासी भूचाल लाए हुए हैं. ‘प्रचंड’ सोमवार को नेपाल में बसे भारतीय कारोबारी के जन्मदिन के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने कारोबारी की उन्हें प्रधानमंत्री बनाने की बात कहने नई दिल्ली तक जाने की जिक्र किया था. इस बयान पर आज नेपाली संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने इस्तीफे की मांग करते हुए जमकर हंगामा मचाया.

दरअसल, नेपाली प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ सोमवार को छह दशक से अधिक समय पहले नेपाल में बसने वाले और एक प्राइवेट ट्रांसपोर्ट बिजनेस चलाने वाले भारतीय सरदार प्रीतम सिंह के 90वें जन्मदिन पर आयोजित समारोह में शामिल हुए थे. इस दौरान प्रचंड ने बताया कि जब मेरी बेटी ज्ञानू का कैंसर का इलाज चल रहा था, उस दौरान सरदार प्रीतम सिंह बहुत मददगार रहे. वह राजनीति में भी बहुत रुचि रखते हैं. एक बार वह मुझे प्रधानमंत्री बनाने के लिए कहने की खातिर दिल्ली भी गए थे.

दिल्ली का जिक्र करना अब प्रचंड को भारी पड़ रहा है. प्रतिनिधि सभा में मुख्य विपक्षी नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (यूएमएल) और राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के सदस्यों ने हंगामा किया. वहीं राजशाही समर्थक राष्ट्रीय प्रजातंत्र के सदस्यों ने भी नारेबाजी करते हुए प्रचंड से इस्तीफे की मांग की है. इसके अलावा प्रचंड के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए पार्टी की केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है.

वहीं विपक्ष के हंगामे के बीच प्रचंड ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओइस्ट सेंटर) की स्टूडेंट विंग की ओर से आयोजित समारोह में विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि अतीत की तरह, इस बार भी वे मेरे मुंह में शब्द डालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं होगा.