मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने आज इम्फाल पश्चिम जिले के लाम्बोइखोंगनांगखोंग में मणिपुर ट्रेड एंड एक्सपो सेंटर के राहत शिविर का दौरा किया और वहां शरण लेने वाले विस्थापितों से बातचीत की. इस शिविर में कांगपोकपी, काकचिंग और चुराचांदपुर जिलों के 157 बच्चों सहित कुल 548 विस्थापित शिविर में रखे गए हैं. राज्यपाल ने लोगों की शिकायतों और कठिनाइयों को सुना और उन्हें शीघ्र हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया.

राज्यपाल ने लोगों को दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली और जिला प्रशासन को आवश्यक सुधार करने के निर्देश दिए. उन्होंने उपायुक्त से शिविर में विस्थापित लोगों को क्या-क्या सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही, इसकी विस्तृत रिपोर्ट देने को भी कहा. शिविर में लोगों से बातचीत करते हुए राज्यपाल ने कहा, केंद्र और राज्य सरकारें हर संभव तरीके से इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश कर रही है. अस्थायी व्यवस्था के तौर पर विस्थापितों को बसाने के लिए विभिन्न स्थानों पर प्रीकास्टेट घर बनाए जा रहे है.

राज्यपाल ने कहा, जब तक स्थिति अनुकूल नहीं होगी, विस्थापित इन्ही घरों में ही रहेंगे. शिविर में सुविधाओं की जानकारी लेते हुए राज्यपाल ने जिला प्रशासन से महिलाओं और बच्चों के लिए टेलीविजन सेट, कपड़े, शिशु आहार और आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने को कहा और लोगों के लिए योग सत्र शुरू करने को भी कहा. उन्होंने जिला प्रशासन को शिविर से स्कूल जाने वाले बच्चों की जरूरत को पूरा करने के भी निर्देश दिए.

शिविर में लोगों से बातचीत के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत में राज्यपाल ने कहा, वह शिविर में शरण लिए हुए विस्थापित लोगों का हाल जानने आई हैं. उन्होंने कहा, लोगों को प्रदान की जा रही कुछ सुविधाएं अच्छी हैं जबकि कुछ अन्य सुविधाएं जैसे दवाएं, स्वच्छता और शीतलन सुविधाओं को बढ़ाने की जरूरत है. लोगों को तत्काल राहत के रूप में सोमवार को शिविर में परिवारों के प्रत्येक सदस्य को 1000 (एक हजार) दिए जाएंगे. समस्या को सुलझाने में समय लगेगा. केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं. राज्यपाल ने सभी हितधारकों से शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण बातचीत के माध्यम से राज्य में हमेशा की तरह सामान्य स्थिति और शांति लाने के लिए बातचीत के लिए आगे आने की अपील की.