वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर. हाथ में लगे रॉड का ऑपरेशन कराने आए युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. मरीज को ऑपरेशन थिएटर में रखा गया था, तभी उसने दम तोड़ दिया. जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा करते हुए आरोप लगाया है कि एनेस्थीसिया का हाई डोज देने से मौत हुई है. मामले की शिकायत पर सिविल लाइन पुलिस जांच कर रही है.

तखतपुर क्षेत्र के खम्हरिया निवासी प्रवेश कुमार कौशिक का दो साल पहले एक्सीडेंट हुआ था. जिससे उसके बाएं हाथ की कोहनी में चोट लगी थी. मंगला स्थित बिलासपुर हॉस्पिटल में उसके हाथ का ऑपरेशन करके रॉड लगाया गया था. डॉक्टर ने बाद में रॉड निकलवाने की सलाह दी थी. गुरुवार को युवक अपने परिजन के साथ हाथ में लगी रॉड निकलवाने के लिए बिलासपुर हॉस्पिटल पहुंचा था. जहां जांच के बाद शुक्रवार को उसका ऑपरेशन होना था. शुक्रवार शाम उसे ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया, जहां चीखने की आवाज़ आई तो परिजन ऑपरेशन थिएटर के बाहर पहुंच गए. कुछ देर बाद डॉक्टर गोपेन्द्र दीक्षित बाहर निकले और परिजनों को बताया कि युवक की मौत हो गई है.

मृतक के परिजनों ने एनेस्थीसिया के ओवरडोज के कारण युवक की मौत होने का आरोप लगाया है. उन्होंने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. कार्रवाई की मांग करते हुए मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में की गई है.