दीपक ताम्रकार, डिंडोरी। मध्यप्रदेश के डिंडोरी जिले के हर्रा लेम्प्स के प्रबंधक द्वारा ऋण राशि में बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आया है। किसानों की जमा की गई ऋण राशि अब तक सहकारिता विभाग की मुख्य ब्रांच में नहीं पहुंची है। ऋृण राशि में फर्जीवाड़ा एवं किसानों की शिकायत के बाद विभाग के सहायक आयुक्त ने जांच टीम गठित की है।

जिले के हर्रा क्षेत्र के किसानों की शिकायत पर गड़बड़ी को लेकर जांच दल का गठन किया गया था। जांच दल में तीन अधिकारी शामिल किए गए थे। तीनों अधिकारियों ने जांच कर संयुक्त और अंतरिम जांच प्रतिवेदन जमा किया। जांच प्रतिवेदन के आधार पर हर्रा प्रबंधक के विरुद्ध कार्रवाई के लिए संस्था के प्रशासक और मैनेजर के लिए पत्र लिखा गया है। शिकायत में उल्लेख है कि किसानों ने जो ऋण लिया था वह राशि उनके द्वारा हर्रा लेम्प्स में जमा कर दी गई थी।

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इसकी रसीद किसानों के पास थी, जमा राशि को प्रबंधक के द्वारा ब्रांच में जमा नहीं किया गया। अंतरिम प्रतिवेदन में सामने आया है कि करीब 90 किसान ऐसे हैं जो 30 लाख की राशि काम के लिए थे और उन्होंने हर्रा लेम्प्स में राशि जमा भी करी दी थी। प्रबंधक ब्रजलाल रजक ने किसानों द्वारा जमा राशि को ब्रांच में जमा नहीं कराया। जिससे उन किसानों को खरीफ फसल के लिए ऋण लेने में समस्या आ रही थी। सहकारिता विभाग ने ऐसे किसानों को राहत के तौर पर जमा की गई राशि के रसीद के आधार पर उतनी राशि उपलब्ध कराई जा रही है। उक्त राशि की भरपाई हर्रा लेम्प्स प्रबंधक से ब्रांच में जमा कराई जाएगी।

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