शिवम मिश्रा, रायपुर. कांग्रेस के घोषणा पत्र की कमान मोहम्मद अकबर को दिए जाने की चर्चाओं को लेकर पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि पिछली बार कांग्रेस ने घोषणा पत्र में झूठ परोसा था. इस बार टीएस सिंहदेव ने घोषणा पत्र समिति का अध्यक्ष बनने से इंकार कर दिया है. कांग्रेस इस बार किसी और के सर पर ठीकरा फोड़ना चाह रहे हैं. इसीलिए नए-नए चेहरों को जिम्मेदारी देने की बात हो रही है. पुराने चेहरे पीछे हट रहे हैं. उनके घोषणापत्र की कोई योजनाएं संचालित नहीं हो पाई.

भाजपा के आरोप पत्र समिति गठन को लेकर केदार कश्यप ने कहा कि वरिष्ठ नेता अजय चंद्राकर को संयोजक बनाया गया है. पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे, ओपी चौधरी समेत तीन लोगों की समिति बनी है. ये तय करेंगे किन मुद्दों को लेकर पत्र तैयार करेंगे. कांग्रेस राज में घोटाले की सरकार है. तमाम मुद्दों को आरोप पत्र में शामिल करेंगे.

नंदकुमार साय पर साधा निशाना

UCC पंर नंदकुमार साय के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि नंदकुमार साय पर कांग्रेस का दबाव है. यूसीसी पर कांग्रेस की एक राय नहीं है. एक देश दो नियम, दो प्रधान कांग्रेस की देन है. देश में इससे सब प्रभावित हो रहा है. सब चाहते हैं एक नियम हो. ड्राप्ट तैयार हो तब कुछ कहा जा सकता है.

दरअसल, यह चर्चा इस लिए हो रही है क्योंकि सिंहदेव ने घोषणा-पत्र समिति में रहना स्वीकार नहीं किया है. हालांकि यह सिर्फ सियासी चर्चाओं में अधिकृत तौर पर भी कांग्रेस की ओर से इसे लेकर कहीं से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. और न अकबर और सिंहदेव ने इस पर कुछ कहा है.