कर्नाटक में जैन मुनि आचार्य श्री कामकुमार नंदी महाराज की हत्या का खुलासा हो गया है. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों नारायण बसप्पा माडी और हसन दलायथ को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी आश्रम में माली का काम करते थे. पुलिस के मुताबिक ये हत्या पैसों के लेन-देन को लेकर की गई.
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने बीते 8 जुलाई को साड़ी में बंधे जैन मुनि के शव के टुकड़े कटकभावी गांव में एक बोरवेल से बरामद किए थे. पोस्टमॉर्टम के बाद शव के टुकड़े जैन समाज को सौंप दिए गए. जिसके बाद रविवार को मुनि श्री का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
6 जुलाई से लापता थे आचार्य
बताया जा रहा है कि 6 जुलाई को जैन मुनि कामकुमार लापता हो गए थे. वे नंदी पर्वत आश्रम के अपने कमरे में नहीं मिले, जबकि उनकी पिच्छिका और कमंडल वहीं रखा था. 5 जुलाई की रात करीब 10 बजे तक उन्हें कमरे में देखा गया था. जैन संत के आश्रम में नहीं मिलने पर उनके शिष्यों की चिंता बढ़ गई थी. खोजबीन के बाद भी नहीं मिलने पर आचार्य कामकुमार नंदी चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष भीमप्पा उगारे ने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी.
जैन समाज का मौन प्रदर्शन
मामले को लेकर कर्नाटक के बेलग्राम जिला के हिरेकोड़ी गांव में स्थित नवग्रह तीर्थ पर आचार्य श्री 108 कामकुमार नंदी महाराज का अपरहण कर उनकी हत्या के विरोध में जैन समाज ने जैन मंदिर से हाथ में तख्ती लेकर मौन जुलूस निकाला था. जिसमें जैन समाज के लोग हाथ में तख्ती लेकर आचार्य महाराज के हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे.