अमृतांशी जोशी, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित सतपुड़ा भवन में लगी आग के मामले में जांच समिति लगातार सक्रिय है। इसी बीच सतपुड़ा भवन की स्ट्रक्चर स्ट्रेंथ की अब अलग से जांच की जाएगी। इसके लिए सरकार ने नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी को जिम्मेदारी सौंपी हैं। फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी यह भी जानेगी की स्ट्रक्चर को कितना नुकसान हुआ है। इसके साथ ही यह बिल्डिंग को अब दोबारा उपयोग में लिया जा सकता है या नहीं।

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12 जून को लगी थी आग

भोपाल में स्थित सतपुड़ा भवन में 12 जून को दोपहर करीब 3.30 बजे अचानक से आग लग गई थी। यह आग सतपुड़ा भवन के तीसरी मंजिल पर लगी थी। इसके बाद धीरे-धीरे आग आठवें तल तक पहुंच गई थी। लगातार 17 घंटे तक इस आग ने तांडव मचाया था। वहीं आग के कारण सतपुड़ा भवन में स्थित आदिम जाति क्षेत्रीय विकास योजना एवं स्वास्थ्य संचालनालय के दफ्तर पूरी तरह से खाक हो गए थे।

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वहीं अब जांच के लिए सरकार ने नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी को जिम्मेदारी सौंपी हैं। फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी परीक्षण कर बिल्डिंग की मौजूदा स्थिति का अंदाजा लगाएगी। साथ ही टीम टेक्निकल टेस्टिंग भी करेगी। यूनिवर्सिटी के परीक्षण करने के बाद एक विस्तृत रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी जाएगी। बता दें कि सरकार परीक्षण में खास तौर पर बिल्डिंग की उपयोगिता के लिए जवाब चाहती है। अब रिपोर्ट आने के बाद ही इस बात का खुलासा होगी की बिल्डिंग का उपयोग कर सकते हैं या नहीं।

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