अरविंद मिश्रा, बलौदाबाजार. जिले में विद्युत ठेकेदारों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है. एक तरफ सारी सुरक्षा व्यवस्था को ताक पर रख कर्चारियों से काम करवाया जा रहा है, तो दूसरी तरफ उन्हें तीन महीनों से वेतन भी नहीं दे रहे हैं. साथ ही पांच लोगों को कार्य से भी निकाल दिया है. इससे आक्रोशित श्रमिकों ने एक दिवसीय प्रदर्शन कर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा और उनके रोके गए वेतन का शीध्र भुगतान करने के साथ निकाले गए श्रमिकों को वापस लेने की मांग की है.
श्रमिक संघ के जिलाध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने बताया कि बलौदाबाजार डिवीजन के कॉन्ट्रैक्टर मेसर्स गणपति इलेट्रिकल भिलाई, जो कि ठेकेदार रमेश मिश्रा द्वारा संचालित है, इसके अंतर्गत काम कर रहे फ्यूज ऑफ़ कॉल कर्मचारियों के ने 3 महीने का वेतन नहीं मिलने पर वेतन की मांग विभाग और ठेकेदार से की थी. जिसके बाद ठेकादार ने 5 ठेका कर्मियों को काम से बिना किसी कारण के निकाल दिया. जिलाध्यक्ष ने कहा कि मांगे पूरी नहीं होने पर जिला संघ के द्वारा 20/07/2023 को सुबह 9 बजे से 1 दिवसीय संपूर्ण जिला बलौदा बाजार में काम बंद आंदोलन किया जाएगा. जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विद्युत विभाग और शासन-प्रशासन की होगी.
इन्हें काम से निकाला
1 . प्रदीप कुमार सिंग
2 . डुमेश्वर वर्मा
3 . आनंद साहू
4 . चंदन ध्रुव
5 . संतोष वर्मा (AE मेंटनेंस ठेकेदार, लोकेश त्रिपाठी)
प्रदीप जायसवाल ने आगे कहा कि ठेकाप्रथा एक शोषण प्रथा है. मुख्यमंत्री ने अपने जन घोषणा में ठेकाप्रथा बंद कर विभाग मे समायोजन करने की बात कही थी. निवेदन है कि ठेका प्रथा बंद कर विभाग में समायोजन, 62 साल जॉब सुरक्षा, केंद्रीय वेतन मान लागू किया जाए, दुर्घटना बीमा 15 लाख किया जाए.