रायपुर. विधानसभा चुनाव के कुछ महीने पहले ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष मोहन मरकाम लगातार कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार के विरुद्ध मुखर रहे. उन्होंने डीएमएफ समेत सरकार के अनेक भ्रष्टाचार का खुलासा किया था. इस भ्रष्टाचारी सरकार को यह पसंद नहीं आया और साजिश करके उन्हें पद से हटाया गया. यह निहायत ही अनुचित है.

साव ने कहा, कांग्रेस के भीतर नाम मात्र का भी आंतरिक लोकतंत्र नहीं बचा है. यह खतरनाक है. आदिवासी समाज का अपमान है. मरकाम जी कांग्रेस के संविधान के तहत प्राप्त अधिकार का उपयोग करते हुए पार्टी को चलाने का काम कर रहे थे. इस कारण वे दस जनपथ के निशाने पर थे.

अरुण साव ने कहा, कांग्रेस के संविधान के विरुद्ध प्रभारी ने पहले तो आदेश निकाल कर इन्हें अपमानित कर दबाने की कोशिश की, फिर भी अपने सम्मान के लिए मुखर रहे मरकाम जी झुके नहीं तो उन्हें इस तरह अपमानित कर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. यह निंदनीय है. कांग्रेस में अब मरकाम को रहना नहीं चाहिए. उन्हें कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए.

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने कहा, प्रदेश में कांग्रेस को विधानसभा चुनाव के 4 माह पहले हार के डर के कारण एक तरफ भूपेश बघेल को आधी कुर्सी बांटनी पड़ रही है और दूसरी तरफ संगठन के अध्यक्ष को बदला जा रहा है. इसका मतलब साफ है कि 2023 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार सुनिश्चित है और जनता अब कांग्रेस के पौने 5 साल के कुशासन पर कड़ा निर्णय लेने वाली है. प्रदेश में कांग्रेस की खस्ताहाल परिस्थिति में प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर दीपक बैज को बधाई.