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मनोज यादव, कोरबा. कटघोरा में जंगली पुटू खाने से एक ही परिवार के 7 लोगों की हालत बिगड़ गई है. दरअसल, ग्राम पंचायत पखनापारा (गंगदेई) निवासी महेश दास पानिका के 12 वर्षीय पुत्र आदर्श, अपने बाड़ी से पुटू लेकर आया था. ये पुटू पैरा के पास निकला हुआ था, जिसे पैरा पुटू समझकर वो घर ले आया. जिसके बाद सभी ने इसे खाया. खाने के बाद महेश काम पर चला गया और आदर्श स्कूल चला गया. स्कूल में उसे उल्टी होने लगी. इधर घर में भी सभी की हालत बिगड़ने लगी.
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सभी को भिलाई बाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया. जिसमें महेश दास पनिका, उसकी पत्नी सरोजनी बाई, मां मानकुंवर, भाई जितेंद्र, ऋतु, पुत्र आदर्श और आरव्या को फूड प्वाइजनिंग होना बताया गया. आरएमओ पुरुषोत्तम तिवारी ने इलाज शुरू किया. जिसमें दोनों बच्चो की हालत जायदा गंभीर थी. दोनों बच्चों को बेहोशी की हालत में स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था. फिलहाल पूरा परिवार अभी खतरे से बाहर है.
जंगली पुटू है खतरनाक
फूड पायजिंग की जानकारी होने पर बीएमओ डॉक्टर रूद्रपाल सिंह कंवर ने भिलाई बाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच सभी का हालचाल जाना. डॉक्टर ने बताया कि अभी बरसात के दिनों में किसी को जंगली पुटू का सेवन नहीं करना चाहिए. जंगली पुटू खाने से फूड प्वॉइजनिंग का खतरा बना रहता है. जिससे जान को खतरा भी हो सकता है.
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