नई दिल्ली. यमुना में रिकॉर्ड जलस्तर बढ़ने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने को आपात बैठक बुलाई. मंत्रियों और अधिकारियों के साथ हुई बैठक में मौजूदा हालात, राहत एवं बचाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की. बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में अभी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. यमुना का जलस्तर बहुत तेजी से बढ़ रहा है, इसलिए निचले इलाकों में रहने वाले लोग तुरंत अपना घर छोड़कर राहत शिविरों में पहुंचे.

 बैठक के बाद दिल्ली सचिवालय में पत्रकारवार्ता में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में यमुना में पानी बढ़ता जा रहा है. एक तरह से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. दिल्ली में यमुना का जलस्तर 207.81 मीटर पर पहुंच गया है. इससे पहले वर्ष 1978 में यमुना का जलस्तर 207.49 मीटर था, वह रिकॉर्ड भी टूट गया है. केंद्रीय जल आयोग का पूर्वानुमान था कि बुधवार देर रात जलस्तर 207.72 मीटर पर पहुंचेगा, मगर वह दोपहर में ही पहुंच गया है, इसलिए हमें सतर्क रहने की जरूरत है.

केजरीवाल ने कहा कि बाढ़ दिल्ली की बारिश की वजह से नहीं आई है, क्योंकि बीते दो दिन से बारिश नहीं हो रही है. यमुना में जो पानी आ रहा है वह हिमाचल प्रदेश में हुई बारिश का है, जो हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा जा रहा है. इस वजह से मैंने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर हथिनी कुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी की गति को धीमा करने की मांग की थी.

अरविंद केजरीवाल ने कहा, हिमाचल प्रदेश से भले ही पानी आना कम हो गया है, लेकिन उसका असर अभी दिल्ली में नहीं दिखेगा, क्योंकि मंगलवार को जो पानी हथिनी कुंड से छोड़ा गया है, वह अगले 24 घंटे में दिल्ली पहुंचेगा. जलस्तर अभी और बढ़ने की उम्मीद है. प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों से अपील है कि वे राहत शिविरों में पहुंच जाएं.