सुशील खरे, रतलाम। मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के खाचरोद रास्ते पर हतनारा और जड़वासा गांव के ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ आज मोर्चा खोल दिया। बारिश होने पर कुडैल नदी पर बनी पुलिया का पानी आने से रास्ता बंद हो जाता है। जिससे क्षेत्र के हजारों यात्रियों के साथ स्कूली छात्र परेशान होते हैं। समस्या की सुनवाई नहीं होने से नाराज ग्रामीणों ने जल सत्याग्रह का रास्ता अपनाया है। गांव की महिला सरपंच पति मुकेश पाटीदार और अन्य जनप्रतिनिधि राधेश्याम बोडाना बारिश के पानी में उतरकर अनशन पर बैठ गए।

रतलाम-खाचरोद मार्ग पर हतनारा गांव के पास कुडैल नदी पर बनी पुलिया बेहद छोटी और संकरी है। जिसकी वजह से थोड़ी ही बारिश में इस पुलिया पर पानी आ जाता है। जिसके कारण यह मार्ग घंटों तक बंद रहता है। इस मार्ग गुजरने वाले सैकड़ों यात्रियों के साथ गांव के छात्र-छात्राओं को भी परेशान होना पड़ता है। कई बार लोग रपट पर पानी होने के बाद भी उसे पार करने की कोशिश करते हैं, जिसमें हादसे भी हो चुके हैं।

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ग्रामीणों की मांग है कि इस प्रमुख मार्ग पर बड़ी पुलिया का निर्माण कराया जाए। जिससे बारिश के समय राहगीरों और ग्रामीणों को परेशानी ना हो। जल सत्याग्रह और अनशन पर बैठे मुकेश पाटीदार का कहना है कि जब तक इस समस्या का स्थाई समाधान हमें प्रशासन नहीं देगा तब तक वह यहीं बैठे रहेंगे। वे घंटों जल सत्याग्रह और अनशन पर बैठे रहे, लेकिन प्रशासन और जिम्मेदार विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे।

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