Rajasthan News: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा शनिवार को 232 नगरीय निकायों में 2 हजार 642 कि.मी. सड़कों के नवीनीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं चौड़ीकरण के कार्यों का शिलान्यास किया जाएगा।

 सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख शासन सचिव वैभव गालरिया ने बताया कि इस कार्यक्रम में 1528 करोड़़ की लागत के 4 हजार 101 कार्यों का शिलान्यास मुख्यमंत्री द्वारा मुख्यमंत्री आवास पर वर्चुअली किया जाएगा।

सचिव ने कहा कि बजट 2023-24 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा अनेक घोषणाएं की गई हैं। इनमें से पीडब्ल्यूडी से संबंधित कार्यों को विभाग द्वारा प्रमुखता से समय पर पूरा किया जा रहा है। इसी क्रम में 15 जुलाई को इन कार्यों का शिलान्यास किया जाएगा। कार्यक्रम में स्वायत्त शासन व नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल, सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव एवं अन्य अतिथि उपस्थित रहेंगे और विभिन्न जिलों से जनप्रतिनिधि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ेंगे। 

प्रमुख शासन सचिव ने बताया कि विभाग द्वारा गत 4 वर्षों में 64 हजार 946 किलोमीटर की सड़कों के निर्माण व विकास कार्य करवाए गए है। वर्ष 2011 की जनगणनानुसार  500 से अधिक आबादी के कुल 851 गांवों को सड़कों से जोड़ा जा चुका है एवं शेष रहे गाँवो को जोड़ने का काम भी निरंतर चल रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार राज्य के निर्माण कार्यों को समयबद्ध पूरा करने के साथ उनकी गुणवत्ता भी सुनिश्चित की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री द्वारा नगर निगम जयपुर हेरिटेज में 20 करोड़़ के 25 कार्य, नगर निगम जयपुर ग्रेटर के 19 करोड़़ के 174 कार्य, नगर परिषद चौमूं में 10 करोड़़ के 11 कार्य एवं जयपुर जिलें की विभिन्न नगर पालिकाओं में लगभग 6-6 करोड़़ की लागत के कार्यों का शिलान्यास किया जाएगा। इनमे सांभर में 11 कार्य, जोबनेर में 30 कार्य, विराटनगर में 41 कार्य, पावटा प्रागपुरा में 26, किशनगढ़ रेनवाल में 47, बगरू में 21, शाहपुरा में 35, चाकसू में 11, बस्सी में 14 और मनोहरपुर एवं नरायणा में 41 कार्यों का शिलान्यास किया जाएगा। नगरपालिका क्षेत्र में 20 कि.मी., नगरपरिषद क्षेत्र में 35 कि.मी और नगर निगम क्षेत्र में 50 कि.मी के कार्य पीडब्ल्यूडी द्वारा करवाए जा रहे है।

विभिन्न जिलों में होंगे यह निम्न कार्य-

  • अजमेर में 51 करोड़ के 108 कार्य
  • भीलवाडा में 49 करोड़ के 96 कार्य
  • नागौर में 89 करोड़ के 206 कार्य
  • टोंक में 40 करोड़ के 108 कार्य
  • भरतपुर में 86 करोड़ के 226 कार्य
  • धौलपुर में 34 करोड़ के 120 कार्य
  • करौली में 35 करोड़ के 92 कार्य
  • सवाईमाधोपुर में 32 करोड़ के 241 कार्य
  • बीकानेर में 15 करोड़ के 102 कार्य
  • हनुमानगढ में 43 करोड़ के 85 कार्य
  • श्रीगंगानगर में 65 करोड़ के 141 कार्य
  • चूरू में 70 करोड़ के 316 कार्य
  • जयपुर में 109 करोड़ के 487 कार्य
  • अलवर में 119 करोड़ के 441 कार्य
  • सीकर में 74 करोड़ के 205 कार्य
  • झुंझुंनू में 80 करोड़ के 213 कार्य
  • दौसा में 39 करोड़ के 100 कार्य
  • जोधपुर में 67 करोड़ के 171 कार्य
  • पाली में 62 करोड़ के 102 कार्य
  • सिरोही में 41 करोड़ के 132 कार्य
  • जैसलमेर में 16 करोड़ के 54 कार्य
  • बाड़मेर में 23 करोड़ के 74 कार्य
  • कोटा में 64 करोड़ के 63 कार्य
  • बूंदी में 40 करोड़़ के 69 कार्य
  • बारां में 35 करोड़ के 111 कार्य
  • झालावाड़ में 28 करोड़़ के 38 कार्य
  • उदयपुर में 12 करोड़ के 23 कार्य
  • चितौडगढ में 35 करोड़ के 126 कार्य
  • राजसमंद में 28 करोड़ के 114 कार्य
  • बांसवाड़ा में 22 करोड़ के 50 कार्य
  • डूंगरपुर में 5 करोड़ के 10 कार्य
  • प्रतापगढ में 19 करोड़ के 28 कार्य