संजय मानिकपुरी, सारंगढ़-बिलाईगढ़. जिले में सार्वजनिक वितरण व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है. जनवितरण प्रणाली पर काबिज राशन माफिया गरीबों के हक का राशन डकार कर मालामाल हो रहे हैं और जिम्मेदार आंख मूंदकर बैठे हैं. सरकार भले ही हर गरीब को सरकारी सुविधाएं-संसाधन मुहैया कराने की योजनाएं बनाती रही. सरकार गरीबों के लिए कितना भी मुफ्त राशन मुहैया करा दे, लेकिन जब सेल्समैन का पेट भरेगा तब तो आगे जनता तक पहुंचेगा. इस भ्रष्ट तंत्र के मकड़जाल में उलझकर लक्ष्य से भटक जाना तमाम योजनाओं की नियति बन गई है. कुछ ऐसा ही मामला बोईरडीह सहकारी समिति का है, जहां सेल्समैन राशत वितरण में मनमानी कर रहे. यहां ग्रामीणों को 6 माह का राशन नहीं मिला है.

हर गरीब तक अनाज पहुंचाने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना तैयार की है. इसके बावजूद भी हितग्राही को उसका लाभ नहीं मिल रहा है. सारंगढ़ के बोईरडीह पंचायत में ग्रामीणों को 6 महीने से राशन नहीं मिला है. ब्लाक में सेल्समैनों कि मनमानी इस कदर हावी है कि उपभोक्ताओं को मिलने वाले राशन में भी सेल्समैन डाका डाल रहे हैं और ग्रामीण राशन के इंतजार में बैठे हैं.

बोईरडीह सेवा सहकारी समिति के सेल्समैन व सरपंच ईश्वर पटेल द्वारा गरीब हितग्राहियों के राशन कार्ड में मनचाहा माह का राशन चढ़ाकर थोड़ा बहुत राशन दिया जा रहा. गरीबों को मिलने वाले राशन पर सेल्समैन ईश्वर पटेल द्वारा मनमानी कर राशन नहीं दिया जा रहा. इस मामले कि कई बार पंचों सहित ग्रामीणों ने शिकायत की है, लेकिन शिकायत पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है. इसके चलते सेल्समैन के हौसले बुलंद है और हितग्राहियों के सामने मरने की नौबत आ गई है. मामले में कैमरे के सामने कुछ न कहते हुए एसडीएम मोनिका वर्मा ने जांच के आदेश दिए हैं.