जशपुर. जिले के युवतियों-महिलाओं को जिला प्रशासन की ओर से रोजगारोन्मुखी आवासीय प्रशिक्षण कोर्स के माध्यम से बेहतर कैरियर बनाने का अवसर प्रदान किया गया है. इसके तहत लाइवलीहुड कॉलेज में जिला प्रशासन के सहयोग से नवगुरुकुल संस्था द्वारा कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, मैनेजमेंट, एजुकेशन, अकाउंट एंड फाइनेंस के निशुल्क रोजगारोन्मुखी आवासीय प्रशिक्षण 18 महीने कोर्स संचलित किया जा रहा है. इन सभी कोर्स के साथ ही स्पोकन इंग्लिश एंड पर्सनैलिटी डेवलपमेंट भी सिखाई जाएगी.

नवगुरुकुल जशपुर की प्रोग्राम मैनेजर लर्निंग अंजली विश्वकर्मा ने बताया कि जशपुर जिले की युवतियों-महिलाओं का कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग सहित अन्य क्षेत्र में बेहतर कैरियर बनाने लाईवलीहुड कॉलेज, जशपुर में 18 महीने का यह प्रशिक्षण जिला प्रशासन के सहयोग से नवगुरूकुल संस्था द्वारा दिया जा रहा है. विभिन्न कोर्स के चयनित छात्राओं को लैपटॉप दिया गया है. यहां कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग सहित अन्य कोर्स के साथ-साथ प्रशिक्षणार्थियों को इंग्लिश कम्यूनिकेशन और लीडरशिप भी सिखाई जा रही है.

उन्होंने बताया कि चयनित अभ्यर्थी कोडिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग सहित अन्य कोर्स का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं , जिससे इन सभी क्षेत्रों में अपना कैरियर बना सकेंगे. प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद न्यून्तम 20 हजार रुपए वेतन की नौकरी मिल सकेगी. भविष्य में अमेजन, नेटवेस्ट, एप्प स्क्रिप, मैक्यूरी, एक्सेंचर जैसी मल्टीनेशनल कंपनियों में कार्य करने का अवसर मिल सकेगा. इस कार्यक्रम के तहत न्यूनतम दसवीं कक्षा पास युवतियों-महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस प्रशिक्षण के लिए ग्यारहवीं, बारहवीं की सभी विषयों या संकायों की छात्राएं भी आवेदन कर सकती है. बीए, बीएससी, बीटेक, बीसीए की छात्राएं भी इन सभी कोर्स में शामिल हो सकती है. यह प्रशिक्षण पूरी तरह निःशुल्क और आवासीय है. वर्तमान में 77 छात्राएं निःशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है.

नवगुरुकुल में ग्राफिक डिजाइनिंग का कोर्स कर रही पत्थलगांव की रहने वाली छात्रा काजल किरण जायसवाल ने बताया कि यहां आकर हमें काफी कुछ नया सिखने और जानने को मिल रहा है. प्रतिदिन नये-नये गतिविधियाँ की जाती है और हमें इंग्लिश बोलने-सिखने पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है. यहां हमें फ्री लैपटॉप भी दिया गया है, जिससे हम सभी को सिखने और नई चीजों को जाने में आसानी होती है.

वहीं जिले के भेलवांटोली की रहने वाली छात्रा मंगलावती ने बताया कि मेरे माता-पिता किसानी कार्य करते हैं और जो मैं आगे 12वीं के बाद पढ़ाई करने की सोची थी वो आर्थिक स्थिति के चलते संभव नहीं था, लेकिन यह जिला प्रशासन के सहयोग से नवगुरुकुल संस्था द्वारा संचालित कोर्स से संभव हो पाया है.I मैं यहां ग्राफिक डिजाइनिंग का कोर्स निःशुल्क कर रही हूं. मुझे नवगुरुकुल के बारे में हमारे काॅलेज से पता चला.I नवगुरुकुल में आकर युवा अपने कौशल को बेहतर तौर पर समझ सकते है और अपना भविष्य बेहतर बना सकते हैं. यूजी-पीजी करने के बाद नौकरी की तलाश में समय निकल जाता था, लेकिन इस नवगुरुकुल के जरिये हम जैसे युवा 12वीं पास करने के तुरंत बाद ही अपना भविष्य बेहतर बना सकता है. यहां का माहौल बहुत अच्छा है और यहाँ हर तरह की सुविधा मुहैया कराई गई है. जो युवा इन सभी क्षेत्रों में भविष्य बनना चाहता है उनके लिए यह एक बहुत अच्छा मौका है, इस अवसर को जाने न दें.

ग्राम डांगबंधी की छात्रा संतोषी यादव ने बताया कि नवगुरुकुल के जरिये जिले की युवतियों को बेहतर कैरियर बनाने का अवसर मिला है. मैं यहाँ आ कर बहुत खुश हूँ, यहाँ बिलकुल घर जैसा ही माहौल है. मुझे इंग्लिश सिखने और बोलने का शौक था, जो यहाँ आकर बेहतर तौर पर सिख पा रही हूँ. यहां की सभी टीचर बहुत ही सरल तरीके से चीजों को सिखाते और समझाते हैं, यहां न सिर्फ पढ़ाई होती हैं बल्कि पढ़ाई के साथ-साथ सभी तरह की गतिविधियाँ होती है, जिसमें खेल, कल्चर, पेंटिंग, एक्सरसाइज सहित अन्य गतिविधियां शामिल हैं.