स्पोर्ट्स डेस्क. मेहनत एक दिन रंग लाती है. यह कहावत भारत के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) पर पूरी तरह से ठीक बैठती है. यशस्वी की मुंबई में पानी पूरी बेचने और तंबू में रहने से लेकर भारतीय क्रिकेट टीम तक का सफर किसी भी युवा को प्रोत्साहित कर सकता है. उन्होंने वेस्टइंडीज (Ind vs WI) के खिलाफ विंडसर पार्क, डोमिनिका (Windsor Park, Dominica) में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम की पारी और 141 रनों की बड़ी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अपने डेब्यू टेस्ट में 171 रनों की शतकीय पारी खेली जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार (Man of the match award) से नवाजा गया. इसके साथ ही यशस्वी टेस्ट डेब्यू पर मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतने वाले भारत के 8वें खिलाड़ी (8th Indian Player) बन गए.

बता दें कि, टेस्ट डेब्यू में शतक जड़ने वाले यशस्वी भारत के 17वें खिलाड़ी बन गए हैं. इसके साथ ही मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतकर वह पृथ्वी शॉ (बनाम वेस्टइंडीज, 2018), रोहित शर्मा (बनाम वेस्टइंडीज, 2013), शिखर धवन (बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2013), रविचंद्रन अश्विन (बनाम वेस्टइंडीज, 2011), आरपी सिंह (बनाम पाकिस्तान, 2006), प्रवीण आमरे (बनाम दक्षिण अफ्रीका, 1992) और श्रेयस अय्यर (बनाम न्यूजीलैंड, 2021) की सूची में शामिल हो गए हैं. यशस्वी टेस्ट डेब्यू पर मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतने वाले 8वें भारतीय हैं.

गौरतलब है कि, 21 वर्षीय यह बल्लेबाज अपने पहले टेस्ट में शतक जड़ने वाले 17वें भारतीय और वर्ष 2000 के बाद से यह उपलब्धि हासिल करने वाले देश के 7वें खिलाड़ी बन गए हैं. पुरस्कार प्राप्त करने के बाद यशस्वी ने भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित का आभार जताया. उन्होंने कहा कि तैयारी काफी अच्छी थी. हमारा सत्र अच्छा रहा. द्रविड़ से बहुत बात की. मुझ पर भरोसा जताने के लिए सभी चयनकर्ताओं और रोहित को धन्यवाद देना चाहता हूं. यह वाकई बहुत अच्छा है, मैं इसके लिए काम कर रहा हूं. मैं अच्छी तैयारी और अनुशासन पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं.