मुंबई। शहर के हवाई अड्डे के बाहर 20 आवारा कुत्तों के झुंड को शनिवार सुबह पहचान पत्र दिया गया. उनके गले में लटके हुए ‘आधार’ कार्ड में एक क्यूआर कोड है, जिसे स्कैन करने पर कुत्ते की जानकारी – नाम, टीकाकरण, नसबंदी और मेडिकल नगेट्स के विवरण के साथ फीडर का संपर्क पता चल जाएगा.

आवारा कुत्तों की सलामती के लिए जुटे टीम के सदस्यों ने उत्साह के बीच पहचान पत्रों पर माल्यार्पण किया गया. कुत्तों को नियमित रूप से खाना खिलाने वाला एक व्यक्ति उन्हें बुलाया था, लेकिन कुत्ते दूसरों को अपनी ओर आते देखकर सावधान हो जाते थे. कुछ घंटों की कवायद और हड़बड़ाहट के बाद टीम ने 20 कुत्तों को टैग किया. बीएमसी ने छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, सहार के टर्मिनल 1 के बाहर कुत्तों को टीका लगाने का काम किया.

‘pawfriend.in’ के जरिए आवारा कुत्तों के लिए विशिष्ट पहचान टैग तैयार करने वाले सायन के एक इंजीनियर अक्षय रिडलान ने बताया कि यदि कोई पालतू जानवर खो जाता है या स्थानांतरित हो जाता है, तो क्यूआर कोड टैग उसे उसके परिवार से दोबारा मिलाने में मदद कर सकता है. यह बीएमसी को शहर में आवारा जानवरों का एक केंद्रीकृत डेटाबेस बनाए रखने में भी मदद कर सकता है.

रोजाना लगभग 300 आवारा कुत्तों को खाना खिलाने वाली बांद्रा निवासी सोनिया शेलार ने बताया कि उनका काम कुत्तों को पास लाना था, जबकि बीएमसी के एक पशुचिकित्सक ने टीका लगाया और पावफ्रेंड के एक सदस्य ने टैग लगाया. योडा के कुत्ते पकड़ने वाले, बीएमसी के पशुचिकित्सक और हवाई अड्डे के अधिकारी मंडली का हिस्सा थे.