शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश में नर्सिंग घोटाले से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. नर्सिंग घोटाले में विवादों में आई सुनीता शिजू का फिर तबादला कर दिया गया है. इंदौर से दतिया के चिकित्सा महाविद्यालय में ट्रांसफर किया गया है. घोटाले में नाम सामने आने और जबलपुर हाईकोर्ट के निर्देश के बाद सुनीता शिजू को रजिस्टार पद से हटाया गया था. तबादले के बाद सवाल उठ रहे हैं कि विवादों में घिरी सुनीता शिजू को अहम जिम्मेदारी क्यों मिल रही है ?
सुनीता सीजू की जगह स्टेला पीटर नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार बनाई गई थी. जिसके बाद रजिस्ट्रार स्टेला पीटर को 15 दिन में हटा दिया गया है. स्टेला पीटर को वापस अपने मूल विभाग जबलपुर नर्सिंग कॉलेज भेज दिया गया है. क्योंकि स्टेला पीटर की नियुक्ति और योग्यता पर सवाल उठ रहे थे. जिसके बाद उन्हें हटा दिया गया है.
बता दें कि मध्य प्रदेश के 375 कॉलेजों में 1.25 लाख से अधिक नर्सिंग स्टूडेंट्स पिछले 3 वर्षों से किसी भी परीक्षा में शामिल नहीं हुए हैं. जिन छात्रों ने 2020-21 में एडमिशन लिया था, वे अभी तक फर्स्ट ईयर की परीक्षा में शामिल नहीं हुए हैं, जबकि कॉलेजों में जनवरी 2023 तक छात्रों का एडमिशन जारी रहा है.
राज्य नर्सिंग काउंसिल से पता चला कि मान्यता प्राप्त नर्सिंग कॉलेज या तो कागजों पर चल रहे थे, या एक कमरे के किराए के आवास से चलाए जा रहे थे. कई मामलों में इन नर्सिंग काउंसिल से मान्यता प्राप्त कॉलेजों का अस्पतालों से कोई संबंध नहीं था. साथ ही इन तथाकथित नर्सिंग कॉलेजों को मेडिकल कॉलेजों से संबद्धता मिल गई थी. तब फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था.
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक