नितिन नामदेव, रायपुर। छत्तीसगढ़ में नियमितीकरण की मांग को लेकर संविदा कर्मचारी लगातार आंदोलनरत हैं. बता दें अपनी प्रदेशभर के 45 हजार संविदाकर्मी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे हुए हैं. हरेली तिहार के मौके पर संविदा कर्मचारियों ने जेल भरो आंदोलन किया. जहां बड़ी संख्या में आंदोलनकारियों ने गेड़ी में चढ़कर कर प्रदर्शन किया.

गेड़ी चढ़करा आंदोलन करने निकले संविदाकर्मी

नवा रायपुर स्थित तूता मैदान से प्रदेशभर के संविदा कर्मियों ने नियमितीकरण की मांग को लेकर हरेली तिहार को ध्यान में रखते हुए गेड़ी चढ़कर एवं पारंपरिक वेशभूषा में गेड़ी चढ़कर जेल भरो आंदोलन किया. सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ राजधानी रायपुर समेत पूरे प्रदेश में जेल भरो आंदोलन किया गया. रायपुर में सविदा कर्मचारियों के इस जेल भरो आंदोलन में 20 हजार से अधिक संविदा कर्मचारी शामिल हुए. जिसमें छोटे छोटे बच्चो और अपने परिवार के साथ भी संविदा कर्मियों ने हिस्सा लिया.

राज्योत्सव स्थल बना अस्थाई जेल

तकरीबन 20 हजार की संख्या में कर्मचारियों ने अपनी गिरफ्तारी दी है. इतनी बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह पहला अवसर है जब कोई भी कर्मचारी संगठन जेल भरो आंदोलन में शामिल हुए. प्रशासन ने तात्कालिक व्यवस्था के रूप में राज्योत्सव स्थल को अस्थाई जेल में तब्दील कर दी गई.

छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के प्रांताध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने कहा कि सरकार अपने वादे के वादे को याद दिलाने तुता धरना स्थल पर प्रदेश भर से संविदा कर्मचारी एकत्रित हुए हैं. यह जनसैलाब देख शासन जल्द हमें नियमितिकरण का अपना वादा पूरा करे.

कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सिन्हा और अशोक कुर्रे ने कहा है कि सरकार संवादहीनता की स्थिति में है. बड़े ही दुर्भाग्य का विषय है कि सरकार के वादे पौने पांच साल भी पूरे नहीं हुए हैं. हमें हरेली तिहार के दिन संघर्ष कर जेल भरना पड़ रहा है.

मीडिया प्रभारी और प्रवक्ता सूरज सिंह ठाकुर ने कहा कि एक तरफ सरकार प्रदेश में सुख समृद्धि की कामना के साथ हरेली तिहार मना रही है. इसके विपरित छत्तीसगढ़ के संविदा कर्मचारी सरकार के वादा खिलाफी के कारण अपने परिवार सहित आकर जेल भरो आंदोलन करने को मजबूर हैं.

Threads App पर lalluram.com को फॉलो करने के लिए https://www.threads.net/@lalluramnews इस लिंक पर क्लिक करें, ताकि आपको देश दुनिया की पल-पल की खबरें मिलती रहेंगी.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें