सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. आयुष विभाग में पद ख़ाली होने के बाद ही पिछले 15 सालों से नौकरी का इन्तज़ार कर रहे युवा अब थक गए हैं. अब आलम ये है कि, पढ़ने लिखने के बावजूद अब नौकरी के लिए अयोग्य हो जाएंगे. किसी के पास दो महीने का समय है तो किसी के पास चार माह का है. अगर वैकेंसी नहीं निकाली जाती है तो सैकड़ों पढ़े लिखे बेरोज़गारों का नौकरी करने का सपना धरा का धरा रह जाएगा.

दरअसल, पूरा मामला आयुष विभाग का है. जहां आयुर्वेद फार्मासिस्ट यूनानी फार्मासिस्टों पंचकर्म और टेक्नीशियन सैकड़ों पद ख़ाली है. चौंकाने वाली बात यह है कि, हर साल हज़ार-पंद्रह सौ विद्यार्थी इन विषयों के पास आउट होते हैं, लेकिन नौकरी के लिए विकल्प नहीं है.

प्रशिक्षित आयुष फ़ार्मासिस्ट बेरोज़गार संघ के अध्यक्ष सुशील मिश्रा ने कहा कि, छत्तीसगढ़ के आयुष विभाग के सभी पद ख़ाली है और लगभग 10 सालों से आयुष विभाग में भर्ती नहीं की गई है. आयुष विभाग को भर्ती करने के लिए वित्त विभाग ने अनुमति दी है. आयुष विभाग से फ़ाइल को दो जून से व्यापम में भेज दिया गया है. लगभग डेढ़ माह हो गया अभी तक व्यापम ने विज्ञापन जारी नहीं किया है. सामने आचार संहिता है, 2 माह बचा है और हम लोग प्रशिक्षित फार्मासिस्ट की उम्र सीमा भी निकलने वाली है इसलिए जल्द से जल्द विज्ञापन जारी कर भर्ती कराने की मांग कर रहे हैं.

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