रायपुर- सहायक श्रम आयुक्त कार्यालय में कार्यरत एक महिला ने सहायक श्रम आयुक्त शोएब काजी के खिलाफ कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है.इस शिकायत पर सहायक श्रम आयुक्त शोएब काजी ने लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा में कहा कि महिला द्वारा की गई शिकायत पूरी तरह से मनगढ़ंत है.उन्होनें बताया कि शिकायत करने वाली महिला प्लेसमेंट एजेंसी के जरिये उनके कार्यालय में डेली वेजेस पर एकाउंटेंट का काम करती है. उन्होनें बताया कि श्रमिको के लिये सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं से संबंधित फाइलों में एकाउंटेट की ओर से एक के बाद एक कई लापरवाहियां बरती गई,जिस पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था.

शोेएब काजी ने कहा कि उस महिला को एक नहीं बल्कि तीन-तीन बार कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और चूंकि वो प्लेसमेंट के जरिये अस्थाई नौकरी कर रही थी,जिससे उसको लगा कि कारण बताओ नोटिस के बाद उसकी नौकरी जा सकती है,इसलिये विभाग पर दबाव बनाने के लिये उसने ये अनर्गल आरोप मुझ पर लगा दिया है.

गौरतलब है कि शोएब काजी पर महिला स्टॉफ ने आरोप लगाया है कि वे उनसे यह पूछते है कि वे बार-बार वॉशरुम क्यों जाती है ? इसके अलावा उनके ड्रेस और फीगर को लेकर भी उनपर अश्लील टिप्पणी करते है.इतना ही नहीं वाट्सएप और फेसबुक में उनकी फोटो और स्टेटस देखने के बाद भी अश्लील टिप्पणी करने का अारोप लगाया है.इस आरोप पर शोएब काजी ने कहा कि उन्होनें कभी अपना फेसबुक एकाउंट ही नहीं बनाया,जिससे ये साफ हो जाता है कि महिला के सभी आरोप झूठे और मनगढ़ंत हैं.

ईधर मौदहापारा थाना के प्रभारी ने शिकायतकर्ता महिला को विशाखा कमेटी में अपनी बात रखने और शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी है. थाना प्रभारी ने बताया कि नियमानुसार महिला को पहले अपनी शिकायत विशाखा कमेटी में करनी चाहिये और उस कमेटी के द्वारा दिये गये निष्कर्ष के आधार पर आगे की कार्रवाई करनी चाहिये.