अजयारविंद नामदेव, शहडोल। आमतौर पर मधुमक्खी नाम सुनते ही लोगों के पसीने छूट जाते है। लोग मधुमक्खी के पास जाने की बात तो दूर देखना भी पसंद नही करते। लेकिन शहडोल में एक ऐसा घर है जंहा अधिक संख्या में मधुमक्खीयों ने अपना डेरा जमाया हुआ है। वो भी 15 सालों से घर मे एक परिवार की तरह ही रह रही है। आज तक किसी को कोई नुकसान नहीं पहुचाया। परिवार के लोग भी मधुमक्खी के साथ फ़्रैंडली रहते है।

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खास बात यह है कि इन 15 सालों में घर मे कई बड़े आयोजन जैसे शादी आदि प्रोग्राम भी हुए इस दौरान मेहमानों की भीड़ भी बनी रही,लेकिन फ़्रैंडली मधुमक्खी आज तक किसी को कोई नुकसान नही पहुंचाया।  वहीं परिवार के लोग इसे आस्था से जोड़कर भी देखते है। उनका मानना है कि जिस घर में मधुमक्खियां रहती है, उस घर में धन की कमी नही होती। शायद यही कारण है कि पिछले 15 सालों से मधुमक्खी व इंसान एक साथ रह रहे है।  

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लूट हत्या मारपीट चोरी चाकरी की खबरों के बीच दिल सुकून पहुंचाने वाली यह खबर जिले के जनपद पंचायत सोहागपुर अंतर्गत ग्राम खन्नाध से सामने आई है। जंहा पिछले 15 सालों से एक नही दो नही बल्कि छह- छह मधुमक्खीयों का छत्ता लगा हुआ है, लाखों की तादात में मधुमक्खीया घर के अलग अलग हिस्से में अपना घर बनाकर डेरा जमाए हुए है। खास बात यह है लोगो के जान का खतरा कहे जाने वाली मधुमक्खीयां उस परिवार के सदस्यों को कोई नुकसान नही पहुंचाती है। इस परिवार में बूढ़े ,जवान महिला पुरुष व बच्चे भी रहते है जो दिन भर में कई बार मधुमक्खी के पास जाते है और दिनचर्या के सभी काम करते है, लेकिन वे इन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाती। वहीं इस मामले में पर्यवारण विद रिटायर्ड प्रोफेसर जूलॉजी HOD विनय सिंह का कहना है कि जंहा पेड़ पौधे जंगल और वातावरण उनके अनुकूल रहता है, वंहा मधुमक्खियां रहती है।

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