संदीप कौरव, नरसिंहपुर। जिले के झोतेश्वर में चतुर्मास कर रहे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने प्रेसवार्ता में ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के 100 वें जन्मदिन पर होने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा की जानकारी दी। मीडिया के सामने उन्होंने देश के ज्वलंत मुद्दों पर भी बेबाकी से अपनी राय रखी।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने मणिपुर में हुए घटनाक्रम को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख व्यक्त किया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है जब सब का हृदय इतना दुखी है तो क्या हम इतने शक्तिहीन हो गए हैं। क्या सामर्थ्य नहीं बचा है कि स्थिति को नियंत्रण किया जा सके। उन्होंने सीमा हैदर के भारत आने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। कहा कि वे बड़े नाटकीय ढंग से भारत आई है। अगर ज्यादा दिन उनको भारत में रखा गया तो हमारे देश में कोई बड़ी घटना हो सकती है। उन्हें तत्काल पाकिस्तान भेज दिया जाना चाहिए।
ज्ञानवापी मामले में उन्होंने पूरे जानकारी देते हुए कहा कि हमें पूजा का अधिकार मिलना चाहिए। प्रत्येक गांव से एक शिवलिंग एकत्र कर करीब 11 लाख शिवलिंग पूरे भारत से इकट्ठा कर के प्रतीक के रूप में पूजन अर्चन किया जाएगा। धार्मिक स्थलों में ड्रेस कोड के सवाल पर उन्होंने कहा कि ड्रेस कोड आवश्यक है जो लागू होना चाहिए।
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