Rajasthan News: प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा नए शैक्षणिक सत्र के आगाज में राज्य के सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूलों में 10वीं कक्षा उत्तीर्ण कर चुके विद्यार्थियों को आगामी कक्षाओं के लिए स्ट्रीम और विषय चयन में मार्गदर्शन के लिए चलाए गए ‘डायल फ्यूचर‘ (भविष्य की राह) कार्यक्रम में 87 हजार से अधिक विद्यार्थियों को सीधे तौर पर लाभान्वित किया गया है।

शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला और शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान की मंशा और मार्गदर्शन में स्कूल शिक्षा विभाग ने इस इनिशिएटिव के तहत 28 जून से 15 जुलाई तक सभी जिलों के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में संचालित कॅरियर काउंसलिंग कार्यक्रम में जहां एक ओर ‘पथ प्रदर्शक‘ के रूप में चयनित टीचर्स ने मौके पर छात्र-छात्राओं को ‘भविष्य की राह बताई, वहीं विभाग के तहत अलग-अलग सम्भागों के स्तर गठित ‘हेल्प डेस्क‘ के माध्यम से भी विद्यार्थियों को फोन पर ‘गाइडेंस‘ दिया गया।

शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि इस प्रोग्राम की सफलता और उपयोगिता के बारे में मिली रिपोर्ट्स एवं फीडबैक के आधार पर अब विभाग द्वारा पूरे सत्र में विद्यार्थियों की ‘हेल्प डेस्क‘ के जरिए सतत कॅरियर काउंसलिंग का निर्णय लिया गया है। स्कूलों और संभाग के स्तर पर गठित हेल्प डेस्क की गतिविधियों के समापन के बाद अब उदयपुर में राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (आरएससीईआरटी), के स्तर पर राज्य स्तरीय स्थाई हेल्पलाइन आरम्भ कर दी गई है। इस पर राज्य के विद्यार्थी सम्पर्क कर कॅरियर परामर्श विशेषज्ञ से बात कर अपने ‘भविष्य की राह‘ चुन सकते है। इसके लिए  आरएससीईआरटी की ओर से हेल्प डेस्क नम्बर 9773319746 जारी किया गया है। इस ‘हेल्प डेस्क‘ नंबर पर कॅरियर काउंसलिंग विशेषज्ञ रणवीर सिंह राणावत विद्यार्थियों को मार्गदर्शन देंगे।

शासन सचिव ने बताया कि शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला एवं शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान द्वारा इस कार्यक्रम के शुभारम्भ के बाद प्रदेश में 28 जून से 15 जुलाई की अवधि में 87 हजार 57 विद्यार्थियों की कॅरिअर काउंसलिंग की गई। शिक्षा विभाग के जयपुर डिवीजन में 2228, अजमेर डिवीजन में 9हजार 382, जोधपुर डिवीजन में 13 हजार 163, भरतपुर डिवीजन में 2296, पाली डिवीजन में 6574, चुरू डिवीजन में 13992, उदयपुर डिवीजन में 24436, बीकानेर डिवीजन में 5017 तथा कोटा डिवीजन में 9307 छात्र-छात्राओं को काउंसलिंग से सीधा लाभ मिला। इसके अलावा जयपुर जोन (जयपुर एवं भरतपुर संभाग), कोटा जोन (कोटा एवं उदयपुर संभाग), जोधपुर जोन (जोधपुर एवं पाली संभाग) तथा बीकानेर जोन (बीकानेर, चूरू एवं अजमेर संभाग) में हेल्प डेस्क बनाकर विद्यार्थियों की सुविधा के लिए संभाग वार 5-5 मोबाइल नंबरों की सीरीज जारी गई। इन हेल्प डेस्क पर विभाग द्वारा कॅरिअर काउंसलिंग में दक्ष 5-5 अनुभवी शिक्षकों को नियोजित किया गया, जिन्होंने प्रोग्राम अवधि के दौरान 1400 विद्यार्थियों को मार्गदर्शन दिया।

उल्लेखनीय है कि डायल फ्यूचर कार्यक्रम की गतिविधियों का जायजा लेकर इसे सफल बनाने के लिए राज्य स्तर पर शासन सचिव नवीन जैन की अगुवाई में उच्चाधिकारियों द्वारा सतत मॉनिटरिंग की गई। वहीं संभाग, जिला और ब्लॉक स्तर पर शिक्षा विभाग के 348 कार्यालयों से संबंधित संयुक्त निदेशक, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक), जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) और मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एवं अन्य अधिकारियों ने अपने क्षेत्राधिकार में स्कूलों का दौरा कर गतिविधियों का निरीक्षण किया। इस कार्यक्रम के सफलता पूर्वक संचालन में माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, बीकानेर और एवं राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (आरएससीईआरटी), उदयपुर की टीमों के अलावा शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी, कार्मिक और शिक्षकगण ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई।

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