भोपाल। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) ने 50 हजार की रिश्वत लेने और देने के आरोप में रेलवे के डिप्टी इंजीनियर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। अरेस्ट के बाद भोपाल DRM ऑफिस के साथ ही जबलपुर, कटनी, छिंदवाड़ा के आधे दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की गई। इस दौरान अहम दस्तावेज, नगद राशि भी बरामद की गई है। कार्रवाई के दौरान CBI को कुछ अफसरों पर संदेह भी है, जिनसे लगातार पूछताछ की जा रही है।

ये है पूरा मामला

NHAI कटनी में सड़क निर्माण करवा रहा था। जिसका कॉन्ट्रैक्ट श्रीजी इंफ्रास्ट्रक्चर को दिया गया। निर्माण में रेलवे का ब्रिज आड़े आ रहा था। मामला पटरी से जुड़ा हुआ है लिए अनुमति रेलवे से लेनी होगी। CBI को जानकारी मिली थी कि रेलवे इंजीनियर कुमार निगम ने अनुमति देने के एवज में 50 हजार की घूस मांगी है। दोपहर को श्रीजी कंपनी में राम सजीवन पाल 50 हजार रुपये लेकर इंजीनियर के पास गेस्ट हाउस पहुंचे। जहां इंजीनियर ने पैसे रेलवे टेक्निशियन राकेश चौकसे को देने कहा था। जब चौकसे को राशि दी, उसी वक्त सीबीआई ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

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भोपाल, जबलपुर, कटनी, छिंदवाड़ा में छापेमार कार्रवाई

तीन लोगों को गिरफ्तार करने के बाद भोपाल DRM ऑफिस के साथ ही जबलपुर, कटनी, छिंदवाड़ा के आधे दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की गई। कटनी में श्री जी कंपनी के कार्यालय में सीबीआई, ACB जबलपुर ने छापा मारा। जहां अधिकारी कर्मचारी कार्यालय से फरार हो गए। कुठला थाना क्षेत्र के चाका बाई पास बने कार्यालय में CBI और ACB ने श्री जी के कार्यालय को सील कर दिया है। कंपनी के कार्यालय में नोटिस चस्पा किया गया है। बता दें कि श्री जी कंपनी नेशनल हाइवे के निर्माण कार्य का काम करती है। कंपनी जबलपुर, कटनी, मैहर नेशनल हाइवे सड़क मार्ग का निर्माण कार्य कर रही है।

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